मौत के दलदल से निकालकर लाई गई छ: बच्चियां, एक सूचना पर हुई कार्रवाई

9/14/2018 4:00:06 PM

यमुनानगर(सुमित): कचरे में बचपन बिता रहे बच्चों को बाल कल्याण समिति और पुलिस के साथ एक संयुक्त चाइल्डलाइन की टीम बनाकर रेस्क्यू किया। चाइल्डलाइन को किसी ने फोन पर सूचना दी कि कैल में बने कचरा प्लांट पर बहुत सारे बच्चे कचरा बीनने का काम करते हैं। इसी सूचना पर कड़ी मशक्कत के बाद टीम कचरा बिन रही 6 बच्चियों को वहां से रेस्क्यू किया और उनका मेडिकल करवाया।



जिस कचरे की बदबू से वहां पर खड़े हो पाना भी बेहद मुश्किल है, उसी कचरे में ये छोटी बच्चियां कूड़ा बीनने का काम करती हैं। इन बच्चों को इस मौत के दलदल में काम करता देख किसी ने चाइल्ड लाइन को इसकी सूचना दी। सूचना के बाद बचपन को बचाने चाइल्ड लाइन की टीम ओर बाल कल्याण समिति और पुलिस के साथ एक संयुक्त टीम बनाई और इन बच्चों को रेस्क्यू करने पहुंची। जब टीम पहुंची तो रेस्क्यू करना आसान नहीं था क्योंकि इस कचरे के बीच गाड़ी नहीं जा सकती थी। कचरे के बीच बच्चों तक पहुंचने के लिए ट्राली की मदद ली गई।



चाइल्ड लाइन के कोऑर्डिनेटर भानू प्रताप ने बताया कि चाइल्ड लाइन नंबर 1098 पर मंगलवार शाम को किसी ने सूचना दी कि कचरे के प्लांट पर बहुत सारे छोटे बच्चे कचरा बीनने का काम करते हैं और स्कूल भी नहीं जाते। इस पर टीम ने बुधवार को कैल के कचरे के प्लांट का दौरा किया परंतु उस समय वहां कोई बच्चा नहीं मिला।



शुक्रवार को फिर चाइल्ड लाइन व बाल कल्याण समिति की संयुक्त टीम ने वहां रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जब टीम वहां गई तो देखा कि कीचड़ व कचरे के ढेर से गाड़ी का प्लांट के अंदर जा पाना मुश्किल है, तो टीम ट्रैक्टर ट्रॉली में बैठ कर गई और वहां पर कचरा बीन रही 6 बच्चियों को रेस्क्यू करवाया। टीम ने देखा कि कचरे व गंदगी के इस वातावरण में बच्चों को बहुत सी बीमारियां भी हो सकती हैं।



समिति के सदस्य सुरेशपाल ने बताया कि अभी सभी बच्चियों की काउंसिलिंग की जाएगी व उनका स्कूल जाना सुनिश्चित किया जाएगा। यदि माता पिता ऐसा नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी और बच्चियों को बालकुंज में रखकर पढ़ाया जाएगा। ताकि ये बच्चे भी समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकें। चाइल्ड लाइन की निदेशिका डॉ अंजू बाजपई ने बताया कि ऐसे ऑपरेशन चाइल्ड लाइन आगे भी जारी रखेगी व लोगों से भी अपील की के वें भी इस प्रकार की सूचनाएं चाइल्ड लाइन 1098 पर ज्यादा से ज्यादा दें।

Shivam