साइबर सिटी बनी सांप सिटी, दो महीनों में मिले 400 से ज्यादा सांप
8/23/2018 3:51:55 PM
गुरूग्राम(मोहित कुमार): साइबर सिटी गुरुग्राम इन दिनों सांपो की चपेट में आ गया है। हर रोज रिहाइशी इलाको में सांप मिल रहे है। कभी किचन में तो कभी ऑफिस में सांपो का मिलना अब आम से हो गया है। पिछले साल के मुताबिक इस साल ज्यादा गर्मी पड़ने की वजह से सांपों में बढ़ोतरी हुई है।
आप देख सकते हैं किस तरह वन संरक्षक इन सांपों को पकड़ने में कड़ी मेहनत कर रहे हैं। यहां एक कोबरा सांप एक घर के अंदर घुस आया था जिसको कड़ी मशक्कत के बाद वनसंरक्षक ने पकड़ा। वहीं ये छिपकली जैसी दिखने वाली कोई छिपकली नहीं है बल्कि एक खतरनाक घवेरा सांप की प्रजाति है। जिसके काटने से लोग मरते नहीं हैं मगर इसके काटे जाने का भय इतना भारी होता है कि लोग सदमे से ही मर जाते हैं।
गुरुग्राम में पकड़े गए 150 कॉमन, 100 रेट, 30 ब्लैक हैड, 60 कोबारा, 50 कॉमन करेट, 15 वोल्फ सांप और 50 अजगर है। जिन्होने गुरुग्राम को अपनी चपेट में ले लिया है। वन्य जीव संरक्षण की माने तो सात महीने में वह अब 400 से ज्यादा सांप बचाए जा चुके हैं।
इतने ज्यादा सांप मिलना बड़ी बात है। वहीं कॉमन रेट स्नैक सबसे ज्यादा जहरीला सांप होता है। जिसके काटने पर बचने के बहुत कम आसार होते हैं। उसके बाद कोबरा सांप ज्यादा जहरीला होता है। अभी तक गुरुग्राम में कोबरा सांप के काटने से ही लोगों की मौत हुई है। उन्होंने तीन से लेकर छह फुट तक के सांप को रेस्कयू कर अरावाली पहाड़ियों में छोड़ दिया है।
इसके अलावा यहां 50 से ज्यादा अजगर मिले हैं। अजगरों को घर, सीआईएफ के कैंप सहित अन्य जगहों से रेस्कयू किया गया। ये पांच से आठ फुट की लबाई तक थे सांप के साथ-साथ इस साल रिहायशी इलाकों में मॉनीटर लिजर्ड भी खूब मिली है। हालांकि लिजर्ड जहरीली नहीं होती। लेकिन उसकी राल शरीर पर गिर जाए, तो संक्रमण के कारण बीमारी का शिकार हो सकते है। वह संक्रमण ठीक होने में कई महीनों का समय लगता है।