गैंगरेप नाबालिगा ने आरोपियों के डर से छोड़ी पढ़ाई, पुलिस पर भी गंभीर आरोप

5/11/2018 10:00:03 AM

सोहना(सतीश राघव): प्रदेश सरकार भले ही महिलाअों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुस्तैद दिखाई दे रही हो अौर प्रदेश में जगह-जगह महिला थाने भी खोल रही है लेकिन अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे। इन महिला थानों में महिलाओं को कितनी सुरक्षा मिल रही है इसका ताजा उदाहरण सोहना से सटे गांव आटा में देखने को मिला है। जहां आरोपियों के डर से पीड़िता को अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी। 

घर से अगवा कर किया था गैंगरेप
सोहना के समीपवर्ती गांव आटे में 29 मार्च 2018 को गांव के ही पांच युवकों ने रात के समय छत पर सो रही नाबालिग छात्रा को पहले अगवा किया और उसके बाद बारी-बारी सामूहिक बलात्कार कियाl इस मामले में मेवात में स्थित महिला थाने में छात्रा के बयान पर गांव के 5 लोगों के खिलाफ मामला तो दर्ज कर लिया। लेकिन पुलिस ने मात्र एक ही आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अन्य चार आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है। 

पीड़िता ने डर से छोड़ी पढ़ाई
पीड़िता का कहना है कि डर के कारण मैंने अपनी पढ़ाई अधर में छोड़ दी क्योंकि मुझे डर है कि आरोपी दोबारा भी इस तरह की वारदात को अंजाम दे सकते हैं।छात्रा के इस बयान ने बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ ओर बेटी पढ़ाओ वाले बयान की पोल खोल कर रख दी है। वहीं 2 दिन पहले फैसला नहीं करने पर आरोपियों ने छात्रा के पिता को बुरी तरह पीट-पीट कर घायल कर दिया। पीड़ित परिवार पूरी तरह डर के साए में जीने को मजबूर है। आरोपियों के डर से पीड़ित परिवार अब छिपता हुआ घूम रहा है। शिकायत करने पर भी पुलिस पीड़ित की शिकायत पर ध्यान नहीं दे रही है बल्कि उनके ऊपर फैसला करने का दबाव बना रही है।

पीड़िता परिवार ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
छात्रा के मां-बाप की माने तो आरोपी गांव के अमीर लोगों में से हैं व पैसे के दम पर उन पर दबाव बना रहे हैं। वहीं जब वह पुलिस से उनकी शिकायत करते हैं तो पुलिस भी पैसे ले देकर फैसला कराने का उन पर दबाव बना रही हैl फैसले को लेकर आरोपियों ने 2 दिन पहले भी पीड़िता छात्रा के पिता के साथ मारपीट कर उसे घायल कर दिया। मेवात पुलिस के महिला थाना प्रभारी इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।  जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठते दिखाई दे रहे हैं।

Nisha Bhardwaj