हरित ने चौथी पीढ़ी में जीवित रखी परिवार की परंपरा, लेफ्टिनेंट बन जीत लिया इलाके का दिल

12/10/2023 7:16:56 PM

सोहना (सतीश कुमार): शहर निवासी हरित खटाना ने परिवार की परंपरा अनवरत जारी रखते हुए भरतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में सेवा देने के लिए तैयार हैं। हरित खटाना का परिवार लगातार चार पीढ़ियों से भारत मां की सेवा सैनिक के रूप में करता आया है। हरित ने लेंफ्टिनेंट की ट्रेंनिग पास आउट कर गांव का ही नहीं बल्कि पूरे इलाके का नाम रोशन किया है। दरअसल हम बात कर रहे हैं। सोहना खंड के गांव खेड़ला कि जहां के सूबेदार सतीश कुमार का परिवार चार पीढ़ियों से सेना में सेवा दे रहा है। अब उनके बेटे ने भी इंडियन मिलीट्री अकादमी से लेफ्टिनेंट की ट्रेनिंग से पास आउट हो गया है।

हरित खटाना ट्रेनिंग पूरी करके रविवार को अपने गांव खेड़ला पहुंचे। जिनका भोंडसी गांव से ही क्षेत्र वासियों ने डीजे के साथ जमकर स्वागत किया। इसके बाद उन्हें रास्ते में पड़ने वाले गावों में स्थापित की गई शहीदों की प्रतिमाओं पर ले जाकर माल्यार्पण कराया। इस दौरान उनका भी फूल माला से जोरदार स्वागत किया। इसके बाद गांव वासी डीजे के साथ हरित को लेकर खेड़ला पहुंचे, जहां पर लेफ्टिनेंट की बहन, मां व बुआ ने आरती उतारकर उनका स्वागत किया। इस मौके पर हरित खटाना ने लेफ्टिनेंट बनने का श्रेय अपने माता-पिता, रिश्तेदार व दोस्तों को दिया।

हरित खटाना के घर पर इस दौरान बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। हरित खटाना के पिता सतीश कुमार ने बेटे को लेफ्टिनेंट बनने पर शुभकामनाएं देते हुए क्षेत्र वासियों का आभार व्यक्त किया। उनका परिवार चार पीढ़ियों से भारतीय सेना में अपनी सेवाएं देता हुआ आ रहा है।

भले ही लेफ्टिनेंट हरित खटाना लेफ्टिनेंट बनने का श्रेय अपने परिवार को दे रहे हों, लेकिन हरित के लेफ्टिनेंट बनने के पीछे एक ऐसे शख्स का सहयोग रहा है। जो भारतीय सेना में मेजर हैं और वह हरित खटाना के अपने सगे जीजा हैं, जिन्होंने हरित को टेस्ट से लेकर ट्रेनिंग तक मोटिवेट ही नहीं किया, बल्कि वो गुर भी दिए हैं जिनकी बदौलत आज हरित खटाना ने लेफ्टिनेंट की ट्रेनिग भी पास आउट कर ली।

इंसान किसी काम को करने का जज्बा रखता है तो काबलियत उसके कदम चूमती है। जिसका ताज़ा उदहारण हरित खटाना ने लेफ्टिनेंट बनकर साबित कर दिखाया है। वहीं हरित खटाना ने युवा पीढ़ी को संदेश देते हुए कहा है कि हमें किसी भी काम को लगन व मेहनत के साथ करना चाहिए। निश्चित रूप से हमें उसमें कामयाबी जरूर मिलेगी।

(हरियाणा की खबरें अब व्हाट्सऐप पर भी, बस यहां क्लिक करें और Punjab Kesari Haryana का ग्रुप ज्वाइन करें।) 
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)

 

Content Editor

Saurabh Pal