डेढ़ करोड़ की लागत से लगे सोलर पैनल, 3 महीने बाद भी फांक रहे धूल

10/15/2019 10:01:51 AM

अम्बाला छावनी (हरिंद्र) : छावनी रेलवे स्टेशन के भारी-भरकम बिजली के बिल की बचत व पर्यावरण सुरक्षा को लेकर 3 महीने पहले लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से तैयार सोलर सिस्टम अभी भी धूल फांक रहा है। सभी प्लेटफार्म व मुख्य कार्यालयों की छतों पर सोलर पैनल फिट हो चुके हैं और बिजली बनाने के लिए प्लेटफार्म पर मशीनें भी लग चुकी हैं, लेकिन संबंधित विभाग की ढीली कार्यशैली के कारण आज तक सोलर सिस्टम चालू नहीं हो पाया। 

बता दें कि रेलवे के राजस्व को बचाने के लिए रेलवे परिसर व प्लेटफार्म पर सोलर पैनल लगाए गए थे। संबंधित कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों ने लगातार कार्रवाई करते हुए अपना काम खत्म कर दिया था और इसकी जानकारी संबंधित विभाग को दे दी थी, लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण सोलर सिस्टम ठप्प पड़ा है और अभी भी अम्बाला मंडल को छावनी रेलवे स्टेशन के बिजली बिल का भुगतान करने के लिए भारी-भरकम राशि खर्च करनी पड़ रही है।

जब इस संबंध में ए.डी.आर.एम. कर्ण सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह संबंधित विभागीय अधिकारी से बात करने के बाद ही जानकारी दे सकेंगे, लेकिन सूत्रों से जानकारी मिली है कि प्लेटफार्म के शैड बदले जाने हैं इसलिए संबंधित ठेकेदार को पैनल नीचे उतारने के आदेश दिए गए हैं। हालात चाहे जो भी हों, लेकिन सोलर पैनल चालू होने में देरी से अम्बाला मंडल को लाखों रुपए का नुक्सान उठाना पड़ रहा है।

सरप्लस बिजली बेचेगा रेलवे
सोलर पैनल से दी जाने वाली बिजली सिर्फ रेलवे स्टेशन ही नहीं ब्लकि रेलवे कार्यालय, रेलवे आवास व अन्य सभी महत्वपूर्ण स्थलों को भी रोशन करेगी। सोलर पैनल से तैयार बिजली को आबंटित करने और रखरखाव के लिए  रेलवे ने एक प्राइवेट कंपनी से 25 साल का करार किया है। सोलर पैनल से मिलने वाली सरप्लस बिजली को उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम को भी बेचने की योजना है।

Isha