मौत को मातः 3 गोलियां लगने के बाद भी इस मां ने दिया बच्चे को जन्म

11/22/2016 2:51:20 PM

सोनीपत: जाको राखे साइयां मार सके न कोए इस कहावत को अाज इस खबर में सच होता देख आप दंग रह जाएंगे। दरअसल मामला सोनीपत का है जहां एक महिला ने अपनी पीठ पर 3 गोलियां खाने के बावजूद बच्चे को जन्म दिया। बच्चे की किस्मत तो देखिए उसे एक खरोंच तक नहीं अाई। मां ने प्रसव पीड़ा सहन करते हुए बेटे को जन्म दिया। बच्चे का वजन 2.2 किलोग्राम है और डॉक्टरों द्वारा बताया गया कि बच्चा बिल्कुल ठीक है। ये भी बता दें कि बच्चे के जन्म से पहले उसके पिता, दादा और दादी की हत्या कर दी गई थी। उसकी मां को भी तीन गोलियां लगी लेकिन फिर भी उसने बेटे को जन्म दिया। हालांकि सुशीला (मां) की हालत अब भी खतरे से बाहर नहीं है। इस ऑनर किलिंग के दौरान सलामत रही तीन साल की बेटी प्रिया को पता नहीं कि उसके पिता, दादा व दादी अब इस दुनिया में नहीं हैं। मां व चाचा पीजीआई रोहतक में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं।

 

भाईयों ने ही बरसाई थी बहन अौर उसके परिवार पर गोलियां
इस शादी से सुशीला के घरवाले खुश नहीं थे। वक्त के साथ सब ठीक चल रहा था। सुशीला का बड़ा भाई मोनू अक्सर अपनी बहन से मिलने उसके घर आने लगा। सुशीला की मां और बहन भी उससे घर से बाहर मिलने लगी थी। दोनों को इस बात का जरा भी इल्म नहीं था कि मोनू किसी साजिश को अंजाम देने की फिराक में सही वक्त का इंतजार कर रहा है। फिर वहीं हुआ जिसका सोचा भी नहीं जा सकता। शुक्रवार रात मोनू अपनी बुआ के लड़के हरीश के साथ सुशीला के घर पहुंचा और फिर दोनों ने जमकर प्रदीप और उसके परिवार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। इस अचानक हुए हमले में प्रदीप, उसके पिता सुरेश और मां सुनीता की मौत हो गई, जबकि सुशीला और एक अन्य सदस्य गंभीर रुप से घायल हो गए।

 

अपने भाईयों के आगे गिड़गिड़ाती रही बहन, नहीं पसीजा दिल
सुशीला के अपने भाइयों के सामने गिड़गिड़ाने के बाद भी मोनू और हरीश का दिल नहीं पसीजा। वह दोनों परिवार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाते रहे। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों वहां से फरार हो गए। पुलिस की जांच में पता चला है कि मोनू और हरीश इरादतन बदमाश हैं। दोनों पर झज्जर, रेवाड़ी, गुड़गांव, नारनौल और दादरी में हत्या, डकैती, लूट और धमकी देने के कई मामले दर्ज हैं।