U-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतकर रोहतक लौटी सोनिया, क्रिकेटर बेटी को देखकर मां की आंखें हुई नम

2/2/2023 9:14:32 PM

रोहतक(दीपक) : अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रचने वाली भारतीय टीम की सदस्य सोनिया आज रोहतक जिले के अपने पैतृक गांव ब्रह्मणवास पहुंची। गांव पहुंचने पर उनके परिवार के साथ ही ग्रामीणों ने भी उनका दिल खोलकर स्वागत किया।  मां ने तिलक लगाकर बेटी की आरती उतारी और ग्रामीण ने फूल मालाओं व नोटों की मालाओं की बौछार कर दी। इस पल पर मां ने कहा कि सोनिया के पिता के देहांत के बाद उन्होंने बहुत गरीबी के दिन देखे हैं। उसकी आज मेहनत सफल हो गई है। सोनिया की मां ने कहा कि उन्हे लगता है कि अब उनके परिवार के दिन भी पलट जाएंगे। वहीं सोनिया ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां और अपने कोच को दिया है। कोच सुनील वत्स के अनुसार सोनिया का भविष्य काफी उज्जवल है और वह एक दिन भारतीय सीनियर टीम की सदस्य जरूर बनेंगी। सोनिया के स्वागत से प्रभावित होकर गांव की बच्चियों ने कहा कि सोनिया की सफलता के बाद वे भी खेलों में जाने के लिए प्रेरित हुई हैं।

 

 

पिता की मृत्यु के बाद मां ने मजदूरी कर जिंदा रखा बेटी का सपना

 

सोनिया के गांव में पहुंचने पर चारों ओर खुशी का माहौल था। ढोल नगाड़े और बैंड-बाजे के साथ गांव में बेटी का स्वागत किया गया। इस खुशी के मौके पर मां ने कहा कि उन्होंने सोनिया के क्रिकेट से लगाव को देखते हुए उसका खेलना जारी रखा। उसके पिता का साया उसके सिर से उठ गया था, लेकिन उसने मेहनत मजदूरी कर बेटी के खेल को जारी रखा। उन्होंने कहा कि परिवार ने  गरीबी के दिन देखे हैं।  इस सब के बावजूद सोनिया ने कभी भी हार नहीं मानी और लगातार अपने खेल को समय देते हुए मेहनत करती रही। सोनिया की मां ने कहा कि उन्हे अपनी बेटी पर गर्व है। उन्होंने कहा कि बेटी ने सिर्फ गांव या जिला ही नहीं, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। अब उन्हे विश्वास है कि बेटी की मेहनत की बदौलत उनके परिवार का समय भी जरुर बदलेगा।  

 

 

कोच और मां की मेहनत की बदौलत मिली सफलता : सोनिया

 

सोनिया ने कहा कि वह अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां और अपने कोच को देती हैं। उसने बताया कि बचपन से ही उनका लगाव क्रिकेट से था। पिता की मौत के बाद भी उसके क्रिकेट के जुनून को जिंदा रखने में उसकी मां ने काफी योगदान दिया है। क्रिकेट खेलने का खर्च चलाने के लिए उसकी मां ने दिन-रात काम किया है। यही नहीं उसने खुद भी अपनी मां के साथ मजदूरी की है। सोनिया ने कहा कि उनका अगला लक्ष्य भारत की सीनियर टीम में जगह बनाना है।

 

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Content Writer

Gourav Chouhan