पति ने कुर्बान की देश के लिए जान, विधवा पत्नी की आधार कार्ड ने छीनी जिंदगी(Video)

12/29/2017 11:48:37 AM

सोनीपत(ब्यूरो): बैंक, स्कूल आदि हर क्षेत्र में आधार कार्ड अनिवार्य हो गया है। वहीं ये आधार कार्ड कारगिल शहीद की विधवा की जिंदगी पर भारी पड़ा। सोनीपत के एक निजी अस्पताल ने आधार कार्ड के बिना महिला का इलाज करने से मना कर दिया गया। जब परिजन उन्हें दूसरे अस्पताल ले जाने लगे तो रास्ते में ही महिला की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल गेट पर जोरदार हंगामा किया। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने आरोपों को नकार दिया है। 

जानकारी के अनुसार महलाना गांव निवासी लक्ष्मण दास कारगिल युद्ध में शहीद हुए थे। उनकी पत्नी शकुंतला कई दिन से बीमार थी। उनका बेटा पवन इलाज के लिए मां को लेकर कई अस्पतालों में गया था। बाद में जब शहर स्थिति आर्मी कार्यालय में गए तो वहां उन्हें पैनल में शामिल शहर के निजी अस्पताल में ले जाने को कहा गया। पवन अपनी मां को लेकर निजी अस्पताल में पहुंचा तो वहां आधार कार्ड मांगा गया।

आरोप है कि आधार कार्ड न देने पर अस्पताल प्रबंधन ने इलाज शुरू नहीं किया। उसने मोबाइल में मौजूद आधार कार्ड की फोटो दिखाया और उसका नंबर बताया तो उसे मानने से अस्पताल प्रबंधन ने मना कर दिया। शहीद का बेटा मां के इलाज के लिए गिड़गिड़ाता रहा। बावजूद इसके अस्पताल प्रबंधन अपनी बात पर अड़ा रहा। 

इसी दौरान अस्पताल प्रबंधन ने तुरंत पुलिस को मौके पर बुला लिया। आरोप है कि पुलिस भी उसे ही धमकाने लगी। मां की बिगड़ती हालत देख उसे दूसरे अस्पताल में ले जाने लगा। रास्ते में शहीद की पत्नी ने दम तोड़ दिया। सिक्का चौकी इंचार्ज कृष्ण का कहना है कि एक महिला इलाज के लिए आई थी लेकिन कोई शिकायत नहीं दी गई है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई होगी।