पुलिसकर्मी हत्याकांड: आरोपी बोले, नंबर नोट होने की जानकारी होती तो मिटाकर जाते

7/13/2020 12:44:46 PM

सोनीपत (ब्यूरो) : बुटाना चौकी के पास सिपाही रविंद्र व एस.पी.ओ. कप्तान सिंह की हत्या के आरोपियों से पूछताछ में आए दिन नए खुलासे हो रहे है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्हें नहीं पता था कि सिपाही रविंद्र ने हाथ पर गाड़ी का नम्बर लिख लिया था। अगर उन्हें पता होता तो वे जरुर हाथ  से नम्बर मिटा कर जाते। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे वारदात के बाद काफी देर तक घटनास्थल पर रुके थे और बार-बार यह देखा था कि कहीं कोई सबूत तो मौके पर नहीं छोड़ दिया। यही कारण है कि सिपाही रविंद्र के हाथ में रखा फोन भी आरोपी युवती अपने साथ ले गई थी, लेकिन उसका ध्यान हथेली पर लिखे कार के नम्बर पर नहीं गया। उसके बाद कार की नम्बर प्लेट हटाकर वहां से भागे थे। पुलिस आरोपी विकास और नीरज के मोबाइल नम्बर की आई.डी. के बारे भी पता लगा रही है। उनके फर्जी आई.डी. पर जारी होने का अंदेशा है।    

बता दें कि बुटाना चौकी के 2 पुलिस कर्मियों की हत्या 29 जून का रात को चाकू से गोदकर कर दी गई थी। पुलिस वारदात के कुछ घंटों में ही हत्यारोपियों तक पहुंच गई थी। सी.आई.ए.-2 की टीम की उनसे जींद में मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ में मुख्य आरोपी अमित मारा गया था और संदीप पकड़ा गया था जबकि पुलिस टीम को घायल कर विकास फरार हो गया था। पुलिस ने मामले में आरोपी विकास व उसके साथी नीरज को एक सप्ताह के बाद पकड़ा। विकास ने पुलिस को बताया कि उनको कोई शक नहीं था कि पुलिस हम तक पहुंच सकती है। उन्हें अंदेशा नहीं हो सका था कि सिपाही ने अपने हाथ पर गाड़ी का नम्बर लिख लिया है। 

शातिर हैं सभी आरोपी: बिजेंद्र
सी.आई.ए.-2 के जांच अधिकारी बिजेंद्र ने बताया कि सिपाही व एस.पी.ओ. की हत्या करने वाले सभी आरोपी शाति है। हत्या करने के बावजूद वे किसी हड़बड़ी में नहीं भागे थे। वे वहां काफी देर रुके थे और यह सुनिश्चित किया था कि कोई सबूत तो नहीं रह गया। अगर उन्हें पता होता कि सिपाही के हाथ पर कार का नम्बर है तो वे उसे भी मिटाकर ही जाते। पुलिस आोरपियों को जेल भेज चुकी है। 

 

Edited By

Manisha rana