सोनू सूद की एक और दरियादिली, अब गरीब बच्चों को दिलाएंगे मुफ्त शिक्षा

9/14/2020 11:14:35 AM

चंडीगढ़ (धरणी): कोरोना काल में जरूरतमंद लोगों के लिए मसीहा बनकर आए बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद की पूरा देश तारीफ कर रहा है। सोनू सूद ने ना सिर्फ लोगों को सुरक्षित घर पहुंचाया बल्कि उन्हें रोजगार के अवसर भी मुहैया करवाए। मगर सोनू सूद रूके नहीं, वह अभी भी लगातार लोगों की मदद करने में जुटे हुए हैं। इसी बीच अब वह ऐसे गरीब बच्चों को स्कॉलरशिप देंगे, जिनके पास पढ़ने की क्षमता तो है, लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति बदहाल है। 

इस बारे निफा के महासचिव तथा समाजसेवी प्रवेश गाबा ने कहा की बॉलीवुड स्टार सोनू सूद अब बच्चों को शिक्षा देने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। सोनू सूद अब ऐसे गरीब बच्चों को स्कॉलरशिप देंगे, जिनके पास पढ़ने की क्षमता तो है, लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति बदहाल है। इसलिए अब सोनू सूद ने अपनी मां के नाम पर ऐसे बच्चों को स्कॉलरशिप देने का फैसला किया है।

सोनू सूद बच्चों की पढ़ाई से लेकर रहने और खाने तक का खर्चा उठाएंगे। सोनू सूद की इस दरियादिली से गरीब बच्चों को हायर एजुकेशन हासिल करने में मदद मिलेगी। ऐसे अभिभावक अपने बच्चों को मुफ्त में शिक्षा देने के लिए सोनू सूद की ईमेल पर एप्लीकेशन भेज सकते हैं। 

प्रवेश गाबा ने बताया की सोनू सूद भले ही बॉलीवुड स्टार हो, लेकिन उनमें मानवता कूट-कूट कर भरी है। करोना काल के दौरान वह मजदूरों की वापसी को लेकर पहले से ही अपना परिचय दे चुके है। हालांकि आज जहां बॉलीवुड इंडस्ट्री कई विवादों के घेरे में है, लेकिन ऐसे में सोनू सूद लगातार मानवता का परिचय देकर दूसरों के लिए नसीहत बनते जा रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि देश के लोगों की मदद करना मानवता की मिसाल पेश करने जैसा है। आज बहुत कम लोग ऐसे हैं जो बुरे वक्त में असहाय लोगों की पीड़ा हरने की सोच रखते हैं।  प्रवेश गाबा ने खुलासा किया की लॉकडाउन में मजबूर लोगों की परेशानियों को देखते हुए सोनू सूद ने यह कदम उठाया है। क्योंकि सोनू सूद की मां सरोज सूद भी पंजाब के मोगा शहर में बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करती थी।

ऐसे में सोनू सूद ने अपनी मां सरोज सूद के नाम पर स्कॉलरशिप शुरू करने का फैसला किया है। प्रवेश गाबा ने बताया कि उन्होंने एक नारा भी दिया की हिंदुस्तान बढ़ेगा तभी जब पढ़ेंगे सभी। प्रवेश गाबा ने कहा कि आज बॉलीवुड के दूसरे समाजसेवियों को भी इस तरह के कदम उठाने की जरूरत है। क्योंकि लॉडाउन के बाद लाखों परिवार ऐसे हैं, जिनकी रोजी-रोटी छीन गई। ऐसे में अब उन्हें अपने बच्चों को पढ़ाना भी मुश्किल हो रहा है।  

कई अभिभावक ऐसे हैं जो अभी तक अपने बच्चों की स्कूल में ट्यूशन फीस तक नहीं भर पाए और ना ही अपने बच्चों के लिए किताबें खरीद पाए हैं। इस आर्थिक तंगी में कई लोग ऐसे थे जो अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए स्ट्रगल कर रहे थे। इसलिए उन्होंने फैसला किया की वह अपनी मां सरोज सूद के नाम पर स्कॉलरशिप शुरू करेंगे। 

इसके लिए बकायदा उन्होंने देश की कई नामी-गिरामी यूनिवर्सिटी से भी संपर्क साधा है। प्रवेश गाबा ने कहा कि आज देश जिस संकट के दौर से गुजर रहा है। उसमें समाजसेवियों को लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए क्योंकि इस संकट काल में दी गई मदद से लाखों लोगों की मदद हो सकेगी और वह अपने बच्चों को शिक्षित कर देश सेवा के काबिल बना पाएंगे। उन्होंने कहा कि लोग भी इस तरह की सेवा करने के लिए तत्परता दिखाएं।

vinod kumar