सिंघु बॉर्डर पर पकड़े गए संदिग्ध को लेकर एसपी ने किया सनसनीखेज खुलासा, खोले बड़े राज

1/23/2021 10:20:14 PM

सोनीपत (पवन राठी): सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर बीते दिन शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने एक युवक योगेश को पकड़ा था। बीती शाम ही संयुक्त किसान मोर्चा ने एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई, जिसमें योगेश द्वारा कहा गया कि 26 जनवरी को किसान आंदोलन के दौरान दंगा करने व चार किसान नेताओं की हत्या करने का प्लान बनाया गया है। लेकिन आज सुबह योगेश ने ही सोशल मीडिया पर शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में दिए गए बयानों से मुकर गया और किसान आंदोलनकारियों पर गंभीर आरोप लगाए।

सोनीपत के एसपी ने खोले राज
वहीं आज शनिवार देर शाम सोनीपत के एसपी जशनदीप रंधावा ने प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें उन्होंने कई राज खोले। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने युवक योगेश को हैंडओवर किया था। किसान मोर्चा ने आरोप लगाए थे कि युवक किसान आंदोलन में हिंसा भड़काने की साजिश में शामिल है और उसे हथियार सप्लाई किए गए हैं। उन्होंने बताया कि किसान मोर्चा ने बताया था कि मुख्यमंत्री मनोहर की रैली को भी प्रभावित करने की भी बात कही गई थी।



प्रदीप नाम का कोई पुलिसकर्मी नहीं 
एसपी के मुताबिक, मामले की गहराई से जांच की जाएगी। लेकिन बीते दिन योगेश ने राई थाने के जिस एसएचओ प्रदीप का नाम लिया है, उस नाम का कोई पुलिसकर्मी पूरे जिले में नहीं है। उन्होंने बताया कि किसान मोर्चा का कहना था कि योगेश के पास लैंडलाइन नंबर से फोन किया जाता था, लेकिन ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है।

किसानों के आरोपों की पुष्टि नहीं 
एसपी रंधावा ने बताया कि जांच में पता चला है कि करनाल में 10 जनवरी को हुई सीएम मनोहर की रैली में भी यह युवक मौजूद नहीं था और ना ही करनाल के किसी शख्स से कोई संपर्क में था। एसपी के मुताबिक, किसान मोर्चा के आरोपों की कोई पुष्टि नहीं हुई है।



चाऊमीन की रेहड़ी पर हुई थी बहस 
एसपी ने बताया कि योगेश 21 वर्षीय एक बेरोजगार युवक है जो काम की तलाश में घर से निकलता था। योगेश के पिता कुक हैं और मां डिशवाशर का काम करती हैं। वह पहले कुंडली स्थित फैक्टरी में काम करता था। कोविड काल में काम से निकल दिया गया था। बुधवार को योगेश सुबह दिल्ली गया और शाम 4 बजे वापस आया। प्रेम कॉलोनी में रेहड़ी से चाऊमीन खाया। इसी दौरान शाम 4 से 5 बजे के बीच कुछ किसानों से इसकी बहस हुई थी।

ऊंची आवाज में बात करना पड़ा महंगा
एसपी ने बताया कि किसानों से हुई बहस का कारण योगेश का ऊंची आवाज में बात करना बताया जा रहा है। रेहड़ी चलाने वाली महिला से पूछताछ करने पर पता चला कि योगेश के साथ लड़की छेडऩे के आरोप में मारपीट की गई, इसके बाद किसान उसे कैंप में उठा ले गए।



एसपी ने बताया कि पुलिस पूछताछ में योगेश ने बताया कि किसानों ने उसे बंधक बनाया और मारपीट की गई थी। युवक का मेडिकल कराया गया, जिसकी पीठ पर नील के निशान पड़े हैं। युवक का कहना है कि उसने शुक्रवार को मीडिया के सामने जो बयान दिए थे वह दबाव और डर के कारण दिए थे। एसपी ने कहा युवक से अभी पूछताछ जारी है, युवक का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है।

एसपी ने बताया कि जिन 10 लोगों से संपर्क की बात किसानों द्वारा कही गई है, उसके भी कोई सुराग नहीं है। योगेश के मामा की मौत हो चुकी है और उनके लड़के राकेश के घर कुछ वक्त पहले बच्चा हुआ था, जहां योगेश कभी-कभार जाता था। एसपी ने कहा कि दोनों तरफ से शिकायत मिली है, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

Shivam