फर्जी टिकट घोटाला: एसपी विजिलेंस ने की तत्कालीन जीएम सहित 4 रोडवेज अधिकारियों से पूछताछ

12/17/2019 12:15:59 PM

करनाल(शैली): सोमवार को एस.पी. विजिलेंस ने करनाल डिपो में 16 अक्तूबर से 2 नवम्बर 2018 के बीच छपे फर्जी टिकट घोटाले के मामले में हरियाणा रोडवेज के तत्कालीन जी.एम. अश्वनी डोगरा, महेन्द्र नागर, राजकुमार लेखा अधिकारी व संजय रावल टी.एम. को अपने कार्यालय में तलब किया। एस.पी. ने चारों रोडवेज अधिकारियों के पूछताछ कर उनके बयान दर्ज करवाए हैं। जल्द ही इस मामले की जांच करके वह सी.एम. को सौंप देंगे। 

बता दें कि पूर्व परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने इस मामले की जांच के लिए विजीलैंस को सौंपा था। जिसके बाद विजिलेंस इस मामले की जांच कर रही है। सबसे पहले जांच मिलते ही विजिलेंस टीम ने करनाल डिपो में हुए 94 लाख रुपए के फर्जी टिकट छोटाले का रिकार्ड कब्जे में ले लिया था।  

ये था मामला
बता दें कि 16 अक्तूबर से 2 नवम्बर 2018 तक रोडवेज के कर्मचारियों की तरफ से अनिश्चितकालीन हड़ताल की गई। ऐसे में स्थानीय अधिकारियों ने प्रशिक्षण, आऊटसोर्सिंग पर लगे स्टाफ को कंडक्टर के रूप में तैयार किया और पुलिस, फायरब्रिगेड, सिटी बस सर्विस, स्कूल बसों के ड्राइवरों को बुलाया गया। इनको रोडवेज की टिकटें इसलिए नहीं दे पाए कि ऑनलाइन सिस्टम में परमानैंट कर्मचारियों के नाम से ही टिकटें इश्यू की जाती थी। बुकिंग ब्रांच ने रोडवेज टिकटों को जारी नहीं किया था। 18 से 27 अक्तूबर तक स्थानीय पिं्रटिंग मशीन से लगभग 80 हजार रुपए में करीब 94 लाख रुपए की टिकटें छपवाई गई थीं। इस फर्जी टिकट मामले में जांच विजीलैंस टीम को सौंपी गई थी। 

जांच में 4 रोडवेज अधिकारियों को किया शामिल : एस.पी.
एस.पी. विजिलेंस श्यामलाल ने बताया कि सोमवार को रोडवेज के तत्कालीन जी.एम. अश्वनी डोगरा, महेन्द्र नागर, राजकुमार लेखा अधिकारी व संजय रावल को बुलाया गया और उनसे इस मामले में पूछताछ की गई। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस मामले की जांच रिपोर्ट सी.एम. को सौंप दी जाएगी।  

Edited By

vinod kumar