शीतकालीन सत्र के लिए ड्रा: विधानसभा अध्यक्ष की प्रश्नकाल को निष्पक्ष, पारदर्शी बनाने की मुहिम

12/9/2021 8:53:33 AM

चंडीगढ़ (चन्द्रशेखर धरणी) : विधान सभा के प्रश्नकाल में प्रश्नों का चयन निष्पक्ष और पारदर्शी करने के लिए विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता द्वारा शुरू की गई व्यवस्था के तहत बुधवार को शीतकालीन सत्र के पहले तीन दिनों के लिए ड्रा निकाले गए। इस दौरान तारांकित प्रश्नों के लिए 60 विधायकों के नामों की पर्चियां निकाली गईं। इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी व शैली चौधरी, विधान सभा सचिव राजेंद्र नांदल तथा विधान सभा के अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

इसके बाद विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता की अध्यक्षता में बुधवार को नियम कमेटी की बैठक बुलाई गई। बैठक में शून्यकाल पर गंभीर मंत्रणा हुई है। बैठक में हुए निर्णयों को 17 दिसंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के दौरान सदन पटल पर रखा जाएगा। इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा, कांग्रेस विधायक रघुवीर सिंह कादियान, भाजपा विधायक घनश्याम दास अरोड़ा और निर्दलीय विधायक धर्मपाल गोंदर उपस्थित रहे। नियमों में संशोधन के लिए विधायक वरुण चौधरी ने कुछ सुझाव दिए थे, इसलिए उन्हें भी बैठक में बुलाया गया।

शीतकालीन सत्र के लिए विधान सभा सचिवालय को 51 विधायकों की ओर से 263 तारांकित और 170 अतारांकित प्रश्नों के नोटिस प्राप्त हुए हैं। वहीं एक गैर सरकारी संकल्प भी विधान सभा सचिवालय को प्राप्त हुआ है। विधान सभा की परंपरा के अनुसार सत्र के दौरान दिन का पहला घंटा प्रश्नकाल के लिए रहता है। इस दौरान विधायक सदन में अपने प्रश्नों को रखते हैं और सरकार की ओर से संबंधित मंत्री उसका जवाब देते हैं। विधान सभा के वर्तमान अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता इस प्रश्नकाल की प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए प्रयासरत हैं। इसके लिए उन्होंने ड्रा से प्रश्नों का चयन करने की परंपरा शुरू की है। इससे पूर्व विधान सभा अध्यक्षों पर सत्ता पक्ष के विधायकों के ज्यादा प्रश्न शामिल करने के आरोप लगते रहे हैं। नई व्यवस्था में सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों की उपस्थिति में ड्रा निकाला जाता है। 

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Content Writer

Manisha rana