प्याज के बढ़ते दामों पर आम जनता के आंसू पौछेगी खट्टर सरकार, लिया ये बड़ा फैसला

12/6/2019 11:17:39 AM

चंडीगढ़ (धरणी): देशभर में प्याज के बढ़ते दामों पर आम जनता के आंसू पोंछने हेतु अब हरियाणा सरकार ने 3 हजार टन प्याज खरीदने का फैसला किया है। यह खरीद हैफेड के जरिए प्रदेश की मेवात मंडी से की जाएगी। इसके अलावा केंद्रीय पूल से भी हरियाणा के हिस्से में सैकड़ों टन प्याज आ सकती है,जिस पर अभी तक फैसला नहीं हो सका है। उक्त प्याज को डिपो होल्डरों के जरिए शहरी गरीब जनता को बेचा जाएगा। अभी तक प्याज बेचने का रेट नहीं तय किया गया है लेकिन मार्कीट के खुदरा रेट से काफी कम दरों पर लोगों को प्याज मिल सकेगी।

हरियाणा में शहरी गरीब को प्याज मुहैया 
करवाने को लेकर पिछले दिनों केंद्र सरकार के कैबिनेट सचिव ने प्रदेश की मुख्य सचिव केशनी आनंद और खाद्य आपूॢत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के. दास के साथ वीडियो  कांफ्रैंसिंग की थी, जिसमें केंद्र सरकार ने प्याज खरीदने का आदेश दिया था।  इसी कड़ी में प्रदेश सरकार ने अब अपने मेवात में उत्पादित होने वाली 3 हजार टन प्याज को खरीदने का फैसला किया है। खरीद की प्रक्रिया हैफेड के जरिए की जाएगी और हैफेड के अफसरों को प्याज खरीदने व उसे रखने का आदेश दिया जा चुका है।

बताया गया कि 15 दिसम्बर तक प्रदेश के सभी शहरी डिपो होल्डरों के पास प्याज की खेप पहुंच जाएगी। कितने रुपए किलो प्याज की बिक्री होनी है,इसका फैसला प्याज की खरीद के बाद किया जाएगा। विभागीय अफसरों ने बताया कि यदि थोक मंडी में सरकार को 50 रुपए किलोग्राम के हिसाब से प्याज मिलती है तो उसमें मामूली खर्च जोड़कर ग्राहकों को प्याज दी जाएगी। बीते साल भी प्याज की बढ़ती कीमतों पर सरकार ने 31 रुपए किलो के हिसाब से प्रति परिवार को 3 किलो प्याज बांटी थी। 15 दिनों के बाद दोबारा से फिर 3 किलोग्राम प्याज दी गई थी। उसी तर्ज पर इस बार भी प्याज को बांटने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

हरियाणा में हर महीने  एक लाख किेवंटल प्याज की खपत
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के आंकड़ों मुताबिक प्रदेश में करीब एक लाख किं्वटल प्याज की खपत होती है लेकिन सरकार ने महज 3 हजार टन प्याज खरीदने का फैसला किया है,जो नाकाफी है। फिलहाल,अफसरों का दावा है कि शहरी गरीब लोगों के लिए यह बड़ी राहत होगी।

Isha