राज्यस्तरीय कपाल मोचन मेला शुरू, 8 लाख से अधिक पहुंच सकते हैं श्रद्धालु

11/2/2017 10:35:09 AM

यमुनानगर(ब्यूरो): राज्यस्तरीय कपाल मोचन मेले का शुभारंभ बुधवार सुबह अंबाला मंडल के आयुक्त विवेक जोशी ने किया। इस दौरान स्कूल के बच्चों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। इससे पूर्व उन्होंने हरियाणा की 3 वर्ष की विकासात्मक गतिविधियों पर आधारित विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। यहां पर 40 स्टाल लगाए गए हैं। आयुक्त जोशी ने कहा कि इस प्रकार के मेले हमारी प्राचीन संस्कृति व सभ्यता के अंग हैं जिनसे समाज के हर वर्ग के लोगों को सीखने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि मेले में विभिन्न विभागों के लगभग 1100 कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं। प्रशासन द्वारा लोगों की सुविधा के लिए प्रशासनिक खंड बनाया गया है जहां लोग अपनी समस्या/शिकायत की जानकारी दे सकते हैं। ध्यान रहे कि कपाल मोचन पवित्र स्थान है, जिसे भगवान श्री राम, श्री कृष्ण, श्री गुरु नानक देव और श्री गुरु गोबिंद सिंह जैसे महापुरुषों ने पवित्र किया है। 

उधर, डी.सी. रोहताश सिंह खर्ब ने कहा कि त्यौहार व मेले भारतीय संस्कृति व जीवन का महत्वपूर्ण भाग है। शास्त्रों और अब विज्ञान के अनुसार भी सरस्वती की उद्गम स्थली भी यही है। उन्होंने बताया कि मेले में 8 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। मेले में मुख्य स्नान कार्तिक पूर्णिमा पर 4 नवम्बर को होगा जोकि 3 नवम्बर की मध्य रात्रि को 12 बजे से शुरू होगा।

यह है मान्यता
उल्लेखनीय है कि लोगों में ऐसी मान्यता है कि तीर्थराज कपाल मोचन में कपाल मोचन, ऋण मोचन व सूरजकुंड सरोवर हैं और इस तीर्थ स्थल पर आकर व सरोवरों में स्नान करने से पापों का मोचन होता है तथा मन्नतें पूरी होती हैं। महाभारत युद्ध के पश्चात पांडवों ने इस तीर्थ पर आकर ऋण मोचन सरोवर में अस्त्र-शस्त्र धोए थे। शिव जी एक ऋषि के वध के श्राप से मुक्ति पाने के लिए यहां आए थे। इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी व गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।