विज को रास नहीं आ रहा स्वास्थ्य केंद्रों के निरीक्षण करने का बयान

11/6/2018 1:12:20 PM

अंबाला(अमन कपूर): हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के बीच एक दूसरे के राज्यों के स्वास्थ्य केंद्रों के निरीक्षण करने का बयान रास नहीं आ रहा है। यही कारण है कि  विज ने बिना कुछ सोचे समझे यह बयान दे डाला कि केजरीवाल को हरियाणा के स्वास्थ्य केंद्रों का निरिक्षण करने का कोई अधिकार नहीं है। यदि वो ऐसा करते हैं तो यह सरकारी काम में बाधा होगी। लेकिन विज यह भूल गए कि जिस केबिनेट के वो मंत्री हैं उसके मुखिया सीएम खट्टर खुद भी दिल्ली के स्वास्थ्य केंद्रों को जांचने के लिए केजरीवाल का निमंत्रण स्वीकार कर चुके हैं। 

हरियाणा में चुनावी वर्ष की दस्तक के साथ ही दिल्ली के आप पार्टी के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने हरियाणा के दौरे शुरू कर दिए हैं। हरियाणा के अपने दौरे में उन्होंने मीडिया से बात करते हुए दिल्ली स्कूलों और अस्पतालों को हरियाणा के स्कूलों और अस्पतालों से बेहतर बताते हुए यह चुनौती दे दी है। साथ ही कहा कि सीएम खट्टर दिल्ली के किन्ही तीन स्कूलों और अस्पतालों का निरिक्षण कर लें और मै हरियाणा के तीन स्कूलों और अस्पतालों निरिक्षण करुंगा। जिससे मीडिया को सब साफ़ साफ़ नजर आ जायेगा।

केजरीवाल की चुनौती को खट्टर ने झटपट स्वीकार कर लिया है और दिल्ली के अस्पताल, मोहल्ला क्लीनिकों का निरिक्षण करने की हामी भर ली। इस वार्ता से बेखबर हरियाणा के दबंग स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने एक ऐसा बयान दे डाला। जिसमें उन्होंने अपने ही प्रदेश के सीएम की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। विज ने जमकर भड़ास निकलते हुए कहा कि केजरीवाल अगर अपने मंचों से उनकी सरकार की बुराई करना चाहते हैं तो करें, उन्हें गलियां देना चाहते हैं तो दे। लेकिन किसी मुख्यमंत्री को यह अधिकार नहीं कि वे दूसरे प्रदेश में जाकर उनके विभागों की जांच करके  सरकारी काम में बाधा डाले। इस बयान से सीएम खट्टर की फजीहत होना तो तय है।

Rakhi Yadav