रोडवेज हड़ताल पर सख्त सरकार, 16 अक्टूबर से कटेगा हड़तालियों का वेतन(Video)

10/31/2018 6:30:40 AM

चंडीगढ़(धरणी): रोडवेज की अब तक की सबसे बड़ी हड़ताल 15वें दिन में प्रवेश कर चुकी है। वहीं हरियाणा सरकार और हड़ताली कर्मचारियों के बीत गतिरोध कम होने की बजाए बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच सरकार ने कर्मियों के खिलाफ बड़ा फैसला ले लिया है। रोडवेज कर्मचारी किलोमीटर स्कीम पर टस से मस होने को तैयार नहीं हैं, तो सरकार भी अपने फैसले पर कायम रहते हुए हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ कड़ा एक्शन ले रही है। सरकार ने अक्टूबर 2018 में हड़ताल पर रहे या अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित कर्मचारियों को उतने दिन का वेतन न देने का निर्णय लिया है, जितने दिन चक्काजाम हुआ है।



सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में करीब 2.52 लाख नियमित कर्मचारी हैं।
इनमें से 1.30 लाख हड़ताल पर रहे। हालांकि, कर्मचारी यूनियनों का कहना है कि इनके अलावा 50 हजार आंगनबाड़ी वर्कर, 20 हजार हेल्पर और 15 हजार मिड-डे मील कर्मचारी भी हड़ताल पर रहे। यानी कुल 2.15 लाख कर्मचारी मंगलवार को कार्यालय नहीं गए। दावा किया कि बायोमीट्रिक  अटेंडेंस लगाने वाले भी ज्यादातर कर्मचारी प्रदर्शनों में शामिल हुए। उधर, सरकार ने सभी डिपो के जीएम व अकाउंट ऑफिसर को आदेश जारी किए हैं कि 16 अक्टूबर से हड़ताल पर चल रहे रोडवेज कर्मचारियों को उसी दिन से अनुपस्थिति मानते हुए वेतन काटा जाए।

बिजली निगमों में कार्यरत जूनियर इंजीनियर व कर्मचारियों की दोनों प्रमुख यूनियनों के हड़ताल में शामिल होने के कारण करीब सभी सब डिवीजन व शिकायत केंद्र बंद रहे। बिजली की शिकायतों, बिलों को ठीक करने व बिल भरने सहित उपभोक्ताओं के रोजमर्रा के काम नही हुए। शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अधिकतर कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल होने से कामकाज बुरी तरह प्रभावित रहा। कई शिक्षक संगठनों के हड़ताल में शामिल होने से बड़ी संख्या में टीचर स्कूल नहीं गए। जनस्वास्थ्य, सिंचाई व बीएंडआर में तकनीकी व लिपिकीय स्टाफ के हड़ताल पर जाने से कामकाज नहीं हो पाया।



हरियाणा टूरिज्म के  90 प्रतिशत से अधिक पर्यटन केंद्र बंद रहे। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, महिला एवं बाल विकास विभाग, आईटीआई, पंचायत, स्वास्थ्य, पशुपालन, तकनीकी शिक्षा, हायर एजुकेशन, हरियाणा बीज विकास निगम, राजस्व, सामान्य प्रशासन, बीपीएस खानपुर, मेडिकल विश्वविद्यालय रोहतक, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में भी हड़ताल का असर दिखाई दिया। प्रदेश सरकार ने हड़ताल बेअसर रहने का दावा किया है। सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि एक लाख 22 हजार कर्मचारी कार्यालयों में उपस्थित रहे। उन्होंने बायोमीट्रिक से अपनी हाजिरी दर्ज कराई है। कार्यालयों में कामकाज सामान्य रहा है।
 

Deepak Paul