हड़तालियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, गिरफ्तारी देख भागे कर्मचारी

10/28/2018 5:34:05 PM

रेवाड़ी(मोहिंदर): प्राइवेट बसों को परमिट देने के विरोध में रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल लगातार आज 13वें दिन भी जारी रही, लेकिन आज रोडवेज कर्मचारियों को पुलिस की सख्ती का सामना करना पड़ा, जिसके चलते रेवाड़ी के नेहरू पार्क में धरने पर बैठे रोडवेज कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि यूनियन के बड़े पदाधिकारी पुलिस के आने की भनक मिलने से पहले ही रफू-चक्कर हो गए।



720 निजी बसों को परमिट देने के विरोध में रोडवेज कर्मचारी हड़ताल करके लगातार 13 दिन से जवाहर लाल नेहरू पार्क में धरना दे रहे थे। सरकार और कर्मचारियों के बीच बात नहीं बन पा रही है। कर्मचारी अपनी जिद पर अड़े हैं तो सरकार भी उनकी मांगे मानने को किसी भी कीमत पर तैयार नहीं है। सरकार लगातार कर्मचारियों पर सख्ती बरत रही है। 280 कर्मचारियों पर पहले ही एफआइआर दर्ज कराई जा चुकी है तथा 10 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।

सरकार ने यूनियन नेताओं को गिरफ्तार करने के आदेश शनिवार को ही दे दिए थे। रविवार को सुबह से ही नेहरू पार्क के बाहर पुलिस की गहमागहमी शुरू हो गई थी। बावल के एसडीएम मनीष कुमार बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट मौजूद रहे।



बड़ी तादाद में पहुंचे पुलिस बल की सूचना मिलते ही रोडवेज कर्मचारियों की विभिन्न यूनियनों के पदाधिकारी पहले ही धरनास्थल से खिसक गए। पुलिस टीम भी आदेश मिलते ही पार्क के भीतर घुसी और 40 के करीब कर्मचारियों को गिरफ्तार करके अपने साथ ले गई। इस दौरान कर्मचारियों में हड़कंप मच गया और उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वे सिर्फ परमिट रद्द करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार तानाशाही रुख अपना रही है, जिसे वे सहन नहीं करेंगे और इस जायज मांग को मनवा कर ही दम लेंगे। अब सरकार ने धरना तो समाप्त करवा दिया। अब देखना यह होगा कि खट्टर साहब इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और प्रदेश की बिगड़ी व्यवस्था को कैसे दुरुस्त कर पाते हैं।

Shivam