अतिक्रमण के चलते जाम में फंसे रहते हैं लोग, अतिक्रमणकारियों के सामने प्रशासन हुआ लाचार

9/25/2020 12:29:27 PM

होडल (ब्यूरो) : प्रशासन की लापरवाही के चलते जगजीवन राम चौक से राजीव गांधी चौक तक रेहड़ी व दुकानदारों द्वारा किया गया अतिक्रमण अब नासूर बनता जा रहा है। रेहड़ियों के कारण जहां उक्त बाजार में पूरा दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। वहीं दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण के कारण लगभग 60 फुट चौड़ाई का सड़क मार्ग मात्र 8-10 फुट का होकर रह गया है। ऐसा भी नहीं है प्रशासनिक अधिकारी भी इन रेहड़ी वालों के आगे लाचार नजर आ रहे है।

प्रशासनिक अधिकारी भी केवल कार्रवाई का आश्वासन देकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते है। अतिक्रमण के कारण उक्त बाजार में पूरा दिन जाम लगा रहता है, जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा आम जनता के वाहन भी घंटों तक फंसे रहते है। उल्लेखनीय है कि सरकारी अस्पताल जाने का भी यही मुख्य रास्ता है। मरीजों के वाहन भी घंटों तक इसी जाम में फंसे रहते है। इसके अलावा पुलिस भी किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी पकड़े से पहले इसी जाम में फंसी नजर आती है।

उक्त रेहड़ियों को किसी अन्य स्थान पर खड़ी कराने के लिए प्रशासन पिछले कई वर्षों से प्रयास कर जगह तलाश कर रहा है, लेकिन उक्त योजना भी केवल फाइलों में ही सफर कर रही है, जिसके कारण योजना आज तक सिरे नहीं चढ़ सकी है। प्रशासनिक अधिकारी चाहकर भी बाजार को जाम से मुक्ति दिलाने में असफल साबित हो रहे है। हालांकि नगर परिषद द्वारा बाजार में लगाई गई रेहड़ियों औऱ अतिक्रमण को स्वयं हटाने के लिए समय-समय पर मुनादी भी कराई जाती है, कई बार खाना पूर्ति के लिए अतिक्रमण हटाओ अभियान भी चलाया जाता है, लेकिन अतिक्रमणकारियों पर काई असर दिखाई नहीं देता है। 

प्रशासन के अतिक्रमण हटाओ अभियान के साथ ही बाजार में दोबारा से अतिक्रमण होना शुरु हो जाता है। यही हाल हसनपुर चौक का है। इस चौराहे पर जाम न लगे औऱ यात्रियों को सुविधा मिल सके। इसके लिए राजमार्ग प्राधिकारण द्वारा करोड़ों रुपए की लागत से पुल का निर्माण कराया गया, लेकिन उक्त चौराहा भी पूरी तरह से अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुका है। पुल के नीचे फल, जूस, फास्ट फूड, चाय़ बिक्री करने वालों ने अवैध रुप से कब्जा किया हुआ है। शहर के सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से बाजार व चौराहे पर आए दिन लगने वाले जाम से छुटकारा दिलाए जाने की मांग की है। 

Manisha rana