प्रिंसिपल की यातनाओं से परेशान छात्र ट्रेन के अागे कूदा

9/7/2018 3:38:10 PM

पलवल(गुरुदत्ता गर्ग): गांव सीकरी स्थित रतन कॉन्वेंट स्कूल के प्रिंसिपल की यातनाओं से परेशान होकर बारहवीं कक्षा के छात्र ने ट्रेन के आगे कूदकर कथित तौर पर खुदकशी कर ली। घटना के करीब 12 दिन पश्चात रेलवे पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। यह स्कूल एक भाजपा नेता का है। मिली जानकारी के अनुसार पलवल के जवाहर नगर कैंप  में रहने वाला 17 वर्षीय छात्र करन मेहता पिछले नौ वर्षों से सीकरी गाँव स्थित रतन कॉन्वेंट पब्लिक स्कूल में पढ़ रहा था। अब वह बारहवीं क्लास में था।  करन मेहता को 15  अगस्त को हुए यूनिट टेस्ट में फेल होने पर टर्मिनेट  कर दिया गया था।  स्कूल टीचर ने  टर्मिनेशन लेटर उसके घर पर भेजकर उसकी माँ ममता मेहता स्कूल में बुलाया था। ममता के अनुसार 16 अगस्त को जब वह स्कूल गई तो प्रिंसिपल मनोज कुमार ने उसे बच्चे को लेकर काफी र्टाचर किया तथा धमकी दी कि वे उनके बेटे को फाइनल एग्जाम नहीं देने देंगे ।


काफी मिन्नत करने पर प्रिंसिपल ने कुछ दिन पश्चात टेस्ट देने व उनमें पास होने की शर्त लगा दी। लडके करण मेहता ने मन लगाकर पढऩा शुरू कर दिया,लेकिन  प्रिंसिपल ने उसे ने उसे पीटना और टॉर्चर करना जारी रखा। ममता ने बताया कि प्रिंसिपल ने करण को टेस्ट देने के लिए एक सप्ताह का समय दिया था परन्तु एक सप्ताह पूरा होने से पहले ही  21 अगस्त को स्कूल प्रिंसिपल मनोज कुमार ने करण को 6 डंडे मारे तथा पूरे दिन धूप  में खडा करके  रखा था। उसे कह दिया गया कि  इस बार उसका बोर्ड की परीक्षाओं  रजिस्ट्रेशन नहीं कराया जाएगा।   इस मामले को लेकर करण टेंशन और डिप्रेशन में रहने लगा तथा उसी दिन उसने पलवल रेलवे स्टेशन पर जाकर खुदकशी कर ली। 


छात्र करण की मां का कहना है कि जब करण काफी देर तक घर नही पहुंचा तो उन्होंने कई बार स्कूल के प्रिंसिपल के पास फोन किया परन्तु उन्होंने करण का नाम लेते ही उनका फोन काट दिया।  उसके बाद कम से कम पचास बार फोन किया लेकिन वह काटते रहे। इसके बाद करीब सवा छह बजे उनके पापा के पास रेलवे पुलिस का फोन आया तब पता चला कि करण ने ट्रेन के आगे कूदकर खुदकशी कर ली है। परिजनों का आरोप है कि करण की  मौत के लिए स्कूल के प्रिंसिपल -क्लास टीचर के साथ बस ड्राईवर लालाराम भी जिम्मेवार है जिसने करण को उसके स्टॉपेज पंजाबी धर्मशाला न उतारकर पहले ही रसूलपुर चौक पर उतरने दिया  मृतक के पिता का आरोप है कि  जीआरपी ने घटना के बारह दिन तक उनकी एफआईआर भी दर्ज नहीं की  थी।  जब उन्होंने पलवल के  विधायक कर्ण दलाल से जाकर गुहार लगाई तब उनके कहने पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया। 
 

Deepak Paul