छात्राएं बोलीं, मनचले रोज रास्ता रोकते हैं, पुलिस नहीं लेती एक्शन

12/20/2018 12:19:15 PM

सोनीपत(दीक्षित): बाकी सब तो ठीक है लेकिन यह बताइए, जब मनचले आए दिन रास्ता घेरने लगें और पुलिस कोई कार्रवाई न करे, तो क्या करें। यह दर्द 8वीं कक्षा की एक छात्रा का है। ‘एक और सुधार’ के निदेशक रॉकी मित्तल बुधवार को जब सोनीपत के मुरथल अड्डा राजकीय कन्या स्कूल में पहुंचे तो उनके सामने स्कूल की कई छात्राओं ने आपबीती उनके सामने रखी। रॉकी मित्तल ने बताया कि अब तक वे 11 जिलों के 25 स्कूलों का दौरा कर चुके हैं और इस आधार पर यह कह सकते हैं कि 70 प्रतिशत स्कूलों की छात्राओं को कई तरह की छेडख़ानी का सामना करना पड़ता है लेकिन 90 प्रतिशत छात्राएं शर्म या डर के कारण अपने साथ हुई ज्यादतियों को किसी के साथ सांझा नहीं करती।

रॉकी मित्तल ने स्कूल में 1500 छात्राओं को न केवल कानून संबंधी सुविधाओं की जानकारी दी बल्कि उनकी समस्याएं भी जानने की कोशिश की। इस दौरान छात्रा ने बताया कि मनचलों की फब्तियों का उन्हें आए दिन सामना करना पड़ता है। 

मनचले रास्ता रोककर खड़े हो जाते हैं। पुलिस को फोन किया जाए तो भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंचती या फिर बहुत देर के बाद पहुंचती है, तब तक मनचले दूर निकल जाते हैं। एक अन्य छात्रा ने बताया कि पुलिस मनचलों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती, जिसके कारण वे उन्हें खूब परेशान करते हैं। छात्राओं ने उदाहरण भी दिए कि कब-कब उनके शिकायत करने के बावजूद पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। उन्होंने कहा कि यदि कोई मनचला फोन नम्बर देने की कोशिश करता है, तो उसका नम्बर ले लेना चाहिए और बाद में स्कूल प्रमुख व पुलिस को देकर कार्रवाई करवानी चाहिए। उन्होंने इस दौरान पुलिस अधिकारियों को मौके पर बुलवाकर छात्राओं की बातों को गंभीरता से लेने का निर्देश भी दिया। 
 

Deepak Paul