कॉलेज में सुविधाएं मुहैया न करवाने पर विद्यार्थियों ने की नारेबाजी

9/4/2019 5:59:41 PM

झज्जर(प्रवीण धनखड़): मेडिकल कॉलेज में जरूरी सुविधाएं मुहैया न करवाने पर वल्र्ड कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने झज्जर लघु सचिवालय पहुंच कर कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस आंदोलन में छात्र-छात्राओं के अभिभावकों ने भी भाग लिया। मामले की गंभीरता को भांपकर जिला प्रशासन ने बुधवार को कॉलेज के चेयरमैन व मैनेजमेंट के अन्य पदाधिकारियों को भी बुलाया हुआ था, लेकिन प्रशासन ने आंदोलनरत छात्र-छात्राओं व अभिभावकों के साथ कॉलेज प्रबंधन को आमने-सामने बैठाकर काउंसलिंग भी नहीं कराई। 

इसमें पहले उपायुक्त संजय जून ने संस्थान के चेयरमैन नरेंद्र चौधरी व डायरेक्टर नित्यानंद को कार्यालय में बुलाकर बातचीत की और उनके चले जाने के बाद उन्होंने छात्रोंं को कार्यालय में बुलाकर उनकी बात सुनी। इस दौरान उपायुक्त ने आंदोलनरत छात्रों को आश्वासन दिया कि वह मामले की जांच करने के बाद रिपोर्ट सरकार के पास भेज देंगे। सरकार द्वारा जो आदेश दिए जाएंगे उसके बाद भी कोई कार्रवाई की जा सकेगी।



संस्थान के चेयरमैन नरेंद्र चौधरी ने कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा दिए जा रहे धरने को असंवैधानिक बताया। उन्होंने कहा कि सुनियोजित साजिश के तहत ही कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है, जबकि संस्थान ने मेडिकल परिसर में जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई हुई है। चौधरी ने कहा कि कई छात्रों की फीस बकाया है और वह इस आंदोलन की आड़ में अपनी बकाया फीस ही नहीं भरना चाहते। कई छात्र कॉलेज परिसर में शराब भी पीते हुए पकड़े गए है, लेकिन जब प्रबंधन ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो उन्होंने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। 

उधर छात्रों के साथ प्रदर्शन में शामिल कई अभिभावकों ने कॉलेज प्रबंधन पर नियमों की पालना न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि का नियम पूरे न होने की वजह से एमसीआई ने इस कॉलेज को परमिशन नहीं दी है। इसकी वजह से कॉलेज में नया बैच भी नहीं आया है। अभिभावकों ने कहा कि कॉलेज प्रबंधन उनके बच्चों पर शराब पीने का आरोप लगा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा था तो कॉलेज प्रबंधन को उनका मेडिकल कराना चाहिए था। 

कॉलेज प्रबंधन अपनी गलतियों पर पर्दा डालने के लिए ही इस प्रकार के बेबुनियाद आरोप लगा रहा है। झज्जर के ही गांव लाड़पुर से आए एक बुजुर्ग ने कहा कि उन्होंने अपनी खेती की जमीन बेचकर अपने पोते को कॉलेज में भारी-भरकम फीस अदा कर दाखिला दिलाया था, लेकिन कॉलेज के जो हालात है, उससे यह लगता है कि उनकी जमीन भी चली गई और पोते का भविष्य भी खराब हो गया। वहीं छात्रों ने कहा कि जब तक उनकी सुनवाई नहीं हो जाती तब तक उनका धरना जारी रहेगा। 

Shivam