भीषण गर्मी से लोग बेहाल, उमस ने छुड़ाए पसीने, तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी

7/2/2021 9:25:48 AM

फरीदाबाद : औद्योगिक नगरी में इन दिनों भीषण गर्मी से लोगों का बुरा हाल है। पिछले लगभग 3 दिनों से जिले में तापमान में लगातार बढ़ौत्तरी हो गई है। वीरवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस रहा। गर्मी की स्थिति यह रही कि सारा दिन उमस का वातावरण बना रहा। वीरवार को 37 प्रतिशत उमस रही। गर्म हवाओं ने उमस बढ़ा दी है। झुलसती गर्मी से लोग इस कदर बेहाल हैं कि घर से निकलने से भी परहेज कर रहे हैं।

वहीं अस्पतालों भी गर्मी के कारण उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार लगभग एक हफ्ते तक राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। दिन-प्रतिदिन गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। आलम यह है कि गर्मी अब लोगों के बदन जलाने लगी है।  वीरवार को तापमान 43 डिग्री पहुंच गया। धूप और गर्म हवा ने लोगों के पसीने छुड़ाए रखे। मौसम विशेषज्ञों का कहना है अभी मौसम शुष्क बना रहने से तापमान में वृद्धि होगी। गर्मी के चलते जहां एसी कम काम कर रहे हैं वहीं  कूलर व पंखों के सामने भी लोगों को राहत नहीं मिल रही। गर्मी के कारण  घर से बाहर निकलना तक मुहाल है। मौसम विभाग के विशेषज्ञों की मानें तो पहली जुलाई को इतनी गर्मी, रिकॉर्ड है। इससे पहले पिछले 9 वर्षों में इस समय इतनी गर्मी कभी महसूस नहीं की।  बढ़ती गर्मी को लेकर मौसम विज्ञान विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। गर्मी के बीच बाहर लू चल रही है, जिसको लेकर मौसम वैज्ञानिकों ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। 

बढ़ रहा है मानसून का इंतजार
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का मानना है कि एनसीआर में पड़ रही तीखी गर्मी, मानसून में देरी की वजह से है। अगले कुछ दिनों तक भी लोगों को 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा का तापमान झेलना पड़ सकता है। आपको बता दें कि मौसम विज्ञान केंद्र ने मध्य जून तक दिल्ली में मानसून के पहुंचने का अनुमान लगाया था। 12 से 15 जून तक मानसूनी वर्षा के आसार जताए थे।  यह भी बताया गया था कि आम तौर पर जून के अंतिम सप्ताह में  मानसूनी बारिश शुरू हो जाती है, लेकिन इस साल ऐसा नहीं हुआ। ऐसे में फरीदाबादवासियों के लिए मानसून का इंतजार बढ़ता ही जा रहा है। दोपहर के समय प्रमुख मार्गों से लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग तक वाहनों की संख्या भी बहुत कम देखी गई। गर्मी की तपिश इतनी तेज थी कि एसी भी काम करना बंद कर रहे थे। बची-खुची कसर बिजली की ट्रिपिंग ने पूरी कर दी। बच्चों और बुजुर्गों को गर्मी में सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा।

वीरवार को सुबह जहां हवाएं चलने से लोगों को राहत की उम्मीद रही वहीं दिन निकलने के साथ ही धूप तेज होती गई। दोपहर एक बजे के बाद गर्मी ने तेवर चरम पर था। गर्मी और उमस से लोग बेहाल हैं। धूप में पैदल चलना मुश्किल हो गया है। कुछ देर के लिए धूप में खड़े होने पर पसीना टपकने लगता। रात को भी गर्मी और उमस से राहत नहीं मिल रही। प्रमुख बाजारों को छोड़ दिया जाए, तो बाकी पर दुकानदार बैठे दिखाई दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में भी दोपहर के समय लोग पेड़ों के नीचे बैठे हुए दिखाई दिए। लोगों का कहना है कि दोपहर के समय तीसरी मंजिल पर एसी पूरी तरह से फेल हो गए। कूलर और पंखे की हवा तो लू जैसी हवा लग रही थी। सभी को मानसूनी बारिश होने का इंतजार है।

बता दें कि पाकिस्तान की ओर से आ रहीं पश्चिमी हवाओं ने प्रदेश में लू का रूप ले लिया है। जिसके चलते जिले में दिन का तापमान 43 डिग्री तक पहुंच गया, जो कि सामान्य से सात डिग्री तक ज्यादा दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों की मानें तो फिलहाल भीषण गर्मी से राहत मिलना तो मुश्किल सा लग रहा है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि मानसून कमजोर पड़ गया है। लेकिन वहीं जुलाई के दूसरे सप्ताह में लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिलने की संभावना भी जताई जा रही है।मौसम वैज्ञानिकों से मिली जानकारी के अनुसार 2 जुलाई देर रात से मौसम में बदलाव हो सकता है। उत्तरी हरियाणा के में हल्की बारिश हो सकती है। 

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Content Writer

Manisha rana