डेढ़ माह पहले हुई थी शादी, ट्रेन के आगे कूदकर की आत्महत्या

1/19/2017 12:14:01 PM

जींद:भिवानी में सिंचाई विभाग में तैनात जींद के रहने वाले एक एस.डी.ओ. निलेश ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। निलेश की शादी 4 दिसम्बर को हुई थी। अभी उसकी दुल्हन के हाथों पर लगी शादी की मेहंदी छूटी भी नहीं थी कि उसकी मांग का सिंदूर उजड़ गया। जानकारी के अनुसार जींद की कृष्णा कालोनी का निलेश(27) सिंचाई विभाग में एस.डी.ओ. के पद पर भिवानी के सोरखी गांव में तैनात था। मंगलवार सुबह घर से वह ड्यूटी के लिए निकला था। देर शाम को निलेश ने हांसी ब्रांच रेलवे नहर पुल पर जनता एक्सप्रैस के आगे छलांग लगा दी। इसमें निलेश की मौके पर ही मौत हो गई। रेलगाड़ी चालक द्वारा सूचना दिए जाने पर रेलवे पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में ले सामान्य अस्पताल में पहुंचाया। 

 

बुधवार सुबह मृतक की शिनाख्त संभव हो पाई। राजकीय रेलवे पुलिस ने निलेश की जेब से सुसाइड नोट भी बरामद किया है। इसमें निलेश ने अपने दिमाग में उपज रहे बार-बार आत्महत्या के विचारों का उल्लेख किया है। साथ ही अपने स्टेटस के अनुरूप नौकरी नहीं होने तथा कार्यालय में राजनीति का जिक्र किया गया है। परिजनों से माफी मांगी गई है। मौत के बाद लोगों में होने वाली चर्चा का जिक्र भी किया गया है। साथ में किसी को मौत के लिए जिम्मेदार भी नहीं ठहराया है। राजकीय रेलवे पुलिस के अनुसार निलेश की नियुक्ति लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व हुई थी। निलेश की पत्नी चेन्नई के एक बैंक में कार्यरत है। उसके पिता विनोद सरकारी महकमे से सेवानिवृत्त हैं और निलेश की मां ज्योति जींद के सामान्य अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर तैनात हैं। निलेश परिवार का इकलौता चिराग था। राजकीय रेलवे पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। निलेश की पत्नी के हाथों पर 4 दिसम्बर को लगी सुहाग की मेहंदी का रंग अभी पूरी तरह उतरा भी नहीं था कि उसकी सिंदूर भरी मांग इस हादसे में उजड़ गई है। उसकी पत्नी महज डेढ़ महीने की ही सुहागन साबित हुई है और डेढ़ महीने बाद ही वह विधवा हो गई। उस पर दुखों का बड़ा पहाड़ टूट पड़ा है। 

 

सामान्य अस्पताल में गमगीन हुआ माहौल
जींद के सामान्य अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर तैनात ज्योति के इकलौते बेटे निलेश की मौत से सामान्य अस्पताल में माहौल बुधवार को गमगीन हो गया। स्टाफ नर्स ज्योति के बेटे की शादी में 4 दिसम्बर को ही शरीक होने वाली स्टाफ नर्स कमलेश आदि ने कहा कि अभी तक तो चर्चा ज्योति के बेटे की शादी की चल रही थी। किसी ने सोचा भी नहीं था कि जिस बेटे की शादी में वह डेढ़ महीना पहले शरीक हुए थे, अब उसी के अंतिम संस्कार में शामिल होना पड़ेगा। अस्पताल के तमाम कर्मचारी अपनी आंखों में आने वाले आंसू नहीं रोक पा रहे थे। इसी तरह जींद की कृष्णा कालोनी में भी इस हादसे से शोक की लहर दौड़ गई। जो लोग कुछ दिन पहले ही निलेश की शादी के समारोह में शामिल हुए थे, उन्हें डेढ़ महीने बाद ही जब निलेश के अंतिम संस्कार में शामिल होना पड़ा तो सबकी आंखें नम हो रही थीं।