आत्महत्या मामला: इंसाफ नहीं मिला तो थाने के बाहर धरने पर बैठे परिजन

5/15/2018 10:30:43 AM

यमुनानगर(सुमित अोबरॉय): आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मंडोली व अन्य गांव के लोग सदर थाना यमुनानगर में दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए। 2 घंटे तक बैठे लोग शांति पूर्वक अपना विरोध जताते रहे। इस दौरान डी.एस.पी. देशराज थाना पहुंचे और उन्होंने एक शिष्टमंडल से बात की। दोपहर ग्रामीण इस बात पर राजी हुए कि अगले 4 दिन में आरोपी की गिरफ्तारी हो जाएगी। उधर, ग्रामीणों के जाने पर पुलिस ने भी चैन की सांस ली। धरना स्थल पर अम्बेदकर युवा मंच के जिला अध्यक्ष राजन नाहरपुर, बालक राम, रामेश्वर, शिव कुमार, कमल शेखपुर, रिंकू, नीलम, निशा व कमला देवी सहित 80 से अधिक लोग थे। 

इंसाफ नहीं मिला तो बैठे यहां
मंडौली के चंदन राम ने बताया कि बीती 18 अप्रैल को उसके भांजे कुनाल ने आत्म हत्या की थी। सुसाइड नोट में आई.टी.आई. के दीपक राणा को मौत का दोषी ठहराया था। सदर यमुनानगर पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया लेकिन आज तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई। ये हाल तब है जब मौत के दिन भी परिवार आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पोस्टमार्टम रूम के बाहर धरने पर बैठ गया था। उस समय सदर एस.एच.ओ. राजीव मिगलानी, डी.एस.पी. देशराज व तहसीलदार जगाधरी दर्शन बिश्नोई ने 3 दिन का समय मांगा था, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई। 

गए थे एस.पी. के पास भी : मंजू
मृतक कुनाल की पत्नी मंजू 6 वर्षीय बेटे प्रीत के साथ धरने पर बैठी थी। उसने बताया कि 23 अप्रैल को वे सब एस.पी. राजेश कालिया के पास गए थे। उन्होंने गिरफ्तारी का आश्वासन दिया लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई।

पुलिस के स्तर पर कोई ढील नहीं  : डी.एस.पी.
डी.एस.पी. देशराज ने बताया कि कुनाल के पारिवारिक सदस्य उनसे मिले थे। अगले 4 दिन में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उनका कहना है कि पुलिस के स्तर पर कोई ढील नहीं है। एफ.आई.आर. दर्ज होने के बाद गठित टीमें रेड कर रही थी लेकिन आरोपी फरार है। अब अतिरिक्तटीमें लगाकर आरोपी की गिरफ्तार की जाएगी। 

यह है मामला
मंडोली निवासी कृष्णा ने सदर पुलिस यमुनानगर को दी शिकायत में बताया कि उसका बेटा कुनाल मिट्टी भराई का ठेकेदार था। इकरारनामा दिनांक 30 नवम्बर 2016 के तहत के तहत गांव ममीदी में राधा स्वामी सत्संग भवन के पास मिट्टी भराई का ठेका अमरपुरी कॉलोनीवासी दीपक राणा से 45 लाख रुपए में लिया था, जिसकी कुछ रकम दीपक राणा ने दे दी थी। इसमें से 18 लाख रुपए नहीं दिए थे। कुनाल कार्य पूरा होने के बाद लगातार दीपक राणा से यह पैसे मांग रहा था। उसे पैसे आगे मजदूरों को देने थे। करीब 6 माह से वह रोजाना दीपक के चक्कर काट रहा था लेकिन उसे पैसे नहीं मिला। उलटा उसे धमकी मिल रही थी, जिससे परेशान होकर मंगलवार की शाम कुनाल ने कोई जहरीली चीज खा ली। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसकी जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला। 
 

Nisha Bhardwaj