राम रहीम की उम्मीदों पर सुप्रीम कोर्ट ने फेरा पानी, याचिका खारिज

5/4/2018 11:57:33 PM

पंचकूला(धरणी): डबल मर्डर केस में फंसे डेरा प्रमुख राम की उम्मीदों पर सुप्रीम कोर्ट ने पानी फेर दिया। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने राम रहीम की उस याचिका को खारिज किया है, जिसमें राम रहीम ने लिखा था कि छत्रपति मर्डर और रणजीत सिंह मर्डर में गवाह बने खट्टा सिंह की गवाही न ली जाए, क्योंकि इन मामलों में सीबीआई कोर्ट में राम रहीम की पेशी सात मई को होनी है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने राम रहीम की याचिका खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। कल शनिवार पांच मई को सीबीआई कोर्ट में खट्टा सिंह की गवाही होनी है।

गौरतलब है कि, साध्वियों के यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा काट रहा राम रहीम पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और रंजीत हत्याकांड में आरोपी है। राम रहीम ने सुप्रीम कोर्ट में खट्टा सिंह की गवाही के खिलाफ याचिका दाखिल की थी।

रणजीत सिंह मर्डर मामला
10 जुलाई 2002 को डेरे की प्रबंधन समिति के सदस्य रहे कुरुक्षेत्र के रणजीत का मर्डर हुआ था। डेरा प्रबंधन को शक था कि रणजीत ने साध्वी यौन शोषण की गुमनाम चिट्ठी अपनी बहन से ही लिखवाई थी। पुलिस जांच से असंतुष्ट रणजीत के पिता ने जनवरी 2003 में हाई कोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआई जांच की मांग की थी। 

(डबल मर्डर केस को लेकर राम रहीम ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा, 7 मई को सुनवाई)

रामचंद्र छत्रपति मर्डर मामला
छत्रपति अपने अखबार 'पूरा सच' में अक्सर डेरा सच्चा सौदा में हो रहे अन्याय और अत्याचार के बारे में लिखा करते थे। 'पूरा सच' अखबार ने ही साध्वी का वो खत छापा था जिसमें सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय में महिलाओं का यौन उत्पीड़न की बात लिखी गई थी। उन्हें 24 अक्तूबर 2002 में गोली मार दी गई थी। हत्या के पीछे राम रहीम को बताया गया। रामचंद्र छत्रपति को पांच गोलियां मारी गई थी, जिसके बाद 21 नवंबर 2002 को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई।

Shivam