सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में भारतीय व विदेशी संस्कृति के संगम से गुलजार हुई चौपाल

2/8/2019 10:44:43 AM

फरीदाबाद(गोयल): 33वां अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला विभिन्न देशों की संस्कृतियों व भारत के अलग-अलग राज्यों की कलाओं के संगम का अनूठा मंच बन गया है। जांबिया, इजिप्ट, वुरूण्डी, सूडान से आए कलाकारों के दलों की प्रस्तुति, थीम राज्य महाराष्ट्र के साथ गुजरात की लोक संस्कृति तथा हरियाणा के अम्बाला व फरीदाबाद के स्थानीय ए.पी.जे. स्कूल, सैक्टर 15 के विद्याॢथयों की प्रस्तुति ने चौपाल को गुलजार कर कर दिया। जांबिया से आए कलाकारों ने जलते हुए शोलों को खाने का हैरतअंगेज प्रदर्शन किया। इस दल की प्रस्तुति ने दर्शक दीर्घा से खूब तालियां बटोरी।

सूडान देश के कलाकारों ने भारत-सूडान एकता का अद्भुत संदेश दिया। सूडानी लोक नृत्य के दौरान कलाकारों की वेशभूषा पर भारत और सूडान के राष्ट्रीय ध्वजों की झंडियां नजर आईं। वुरूण्डी देश से आए कलाकारों ने अध्यात्म, धर्म, हर्ष-उल्लास तथा खुशी पर आधारित अपने पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति दी। बड़ी चौपाल के मंच से इजिप्ट के तंदुरा नृत्य की प्रस्तुति भी जोरदार रही। बड़ी चौपाल के पहले सत्र में थीम राज्य महाराष्ट्र के कलाकारों ने अपने पारंपरिक पालकी नृत्य की प्रस्तुति दी। 

वहीं गुजरात से आए कलाकारों के दल ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के संदेश पर आधारित लोक नृत्य प्रस्तुत किया। फरीदाबाद में सैक्टर-15 स्थित ए.पी.जे. स्कूल के बच्चों ने भगवान शिव पर आधारित नटराज नृत्य की प्रस्तुति दी। 

Deepak Paul