सुरजेवाला का सरकार पर हमला, बोले- किसानों की जुबान दबाने की कोशिश की तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे
punjabkesari.in Wednesday, Sep 09, 2020 - 07:13 PM (IST)
चंडीगढ़ (धरणी): केंद्र के कृषि अध्यादेशों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन की 10 सितंबर को पिपली में प्रायोजित रैली को लेकर किसान संगठन और प्रशासन आमने-सामने आ गए हैं। किसान नेताओं ने अपनी मांगों को लेकर रैली की तैयारियां तेज कर दी हैं तो प्रशासन की ओर से किसान नेताओं को नोटिस भेजने शुरू कर दिए हैं। इस बीच अब कांग्रेस भी किसानों के समर्थन में आ गई है।
किसान नेताओं को नोटिस भेजने पर कांग्रेस नेता सरकार को आढ़े हाथ ले रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने प्रदेश सरकार पर निशान साधा है। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार का किसान-आढती-मज़दूर विरोधी चेहरा फिर उजागर हुआ। उन्होंने कहा कि किसान बचाओ-मंडी बचाओ’ की कल 10 तारीख की कुरुक्षेत्र रैली से पहले किसान नेताओं की गैरकानूनी धर-पकड़ शुरू की गई।
खट्टर सरकार का किसान-आढती-मज़दूर विरोधी चेहरा फिर हुआ उजागर।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 9, 2020
‘किसान बचाओ-मंडी बचाओ’ की कल 10 तारीख़ की कुरुक्षेत्र रैली से पहले किसान नेताओं की ग़ैरक़ानूनी धर-पकड़ शुरू की गई।
खट्टर-चौटाला सरकार जान के तीनों अध्यादेशों के ख़िलाफ़ हम मिल कर निर्णायक लड़ाई लड़ेंगे। pic.twitter.com/RQHxmlu5zM
उन्होंने कहा कि पीपली मंडी, कुरुक्षेत्र को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया है। सब आढ़ती भाइयों को दुकान बंद करने के नोटिस दिए जा रहे हैं। सूरजेवाला ने कहा कि खट्टर सरकार जान ले की हरियाणवी डरने वाले नहीं है, वह मोदी-खट्टर सरकारों के खिलाफ जोर से लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा और जजपा सरकार ने 10 दिसंबर को कुरुक्षेत्र में किसानों और आढ़तियों की जाबान दबाने की कोशिश की तो सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।