हैरानीजनक: लुटेरों ने निकाला लूट का नया तरीका- जादुई कलम से कर देते हैं खाता खाली

1/25/2021 8:13:12 PM

फरीदाबाद (सूरजमल): आजकल ऑनलाईन व बैंक फ्रॉड करने वालों की भरमार है। रोजाना हजारों लोगों को ऐसे फ्रॉड कॉल व मैसेज आते हैं, जिसमें लोगों बड़े लुभावने ऑफर दिए जाते हैं, इन्हीं हजारों में कुछ लोग लालचवश या कॉल करने वाले की झांसे में आकर अपना ही नुकसान करा बैठते हैं। 

अभी तक ठगी के मामले में यूपीआई, पेटीएम, गूगल पे द्वारा ही खाते खाली किए जाने के मामले सामने आते रहे हैं। अब इन शातिर लुटेरों ने एक नया अनोखा लूट का तरीका खोज निकाला है। लुटेरे एक जादुई पेन का इस्तेमाल करते हैं जो लोगों को झांसे में लेकर उनसे कम रकम वाला चेक लेकर उसकी रकम जादुई कलम से बढ़ा लेते हैं और फिर उसे भंजवा कर चेक देने वाले का खाता खाली कर देते हैं।

वारंटी एक्सटेंड करने का झांसा


दरअसल, फरीदाबाद पुलिस ने लुटेरों के एक गिरोह को गिरफ्तार किया है, जो अपने आप को मारुति/हुंडई कंपनी का कर्मचारी बताकर कार की वारन्टी एक्सटेंड करने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करते थे। डॉ. अर्पित जैन डीसीपी मुख्यालय ने खुलासा करते हुए बताया कि आरोपियों का वारदात करने का तरीका कुछ इस प्रकार था कि आरोपी अपने आप को मारुति/हुंडई कंपनी का कर्मचारी बताकर लोगों को कॉल करते थे। उनकी गाड़ी की वारन्टी एक्सटेंड करवाने के नाम पर कम रकम का चैक मैजिक पैन से भरवाया जाता था। इसके पश्चात पीड़ित के रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर की कॉल अपने नंबर पर डाईवर्ट की जाती थी और आरोपी बैंक में जाकर उस चैक में रकम बदलकर बैंक में जमा करवा देते थे। 

आरोपितों की पहचान गांव झाड़सा गुरुग्राम निवासी पवन, ज्योति नगर दिल्ली निवासी राहुल, मजलिस पार्क दिल्ली निवासी बलबीर, हर्ष विहार दिल्ली निवासी अमित सक्सेना के रूप में हुई है। आरोपितों से फरीदाबाद की तीन वारदात सुलझी हैं। इनके कब्जे से पुलिस ने साढ़े तीन लाख रुपये, वारदात में प्रयुक्त मोबाइल, मैजिक पैन बरामद किए हैं। 



इन लोगों के खाते हुए खाली
डीसीपी ने बताया कि बैंक कर्मचारी द्वारा रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर पर वेरिफिकेशन कॉल की जाती थी, जिसे आरोपियों द्वारा ही वेरीफाई किया जाता था, क्योंकि चेक के असल मालिक की कॉल आरोपी अपने नंबर पर डाइवर्ट करवा लेते थे। उन्होंने बताया कि 16 जनवरी को आरोपितों ने सेक्टर-15 निवासी अशोक खन्ना से इसी तरह 11 सौ रुपये का चेक ले लिया था। बाद में उनके खाते से 1.90 लाख रुपये निकाल लिए थे। 29 अक्टूबर 2020 को आरोपितों ने सेकटर-31 निवासी व्यक्ति से 1050 रुपये का चेक हासिल किया। बाद में खाते से 3.40 लाख रुपये निकाल लिए। 31 दिसंबर 2020 को इस गिरोह ने सराय वाजा निवासी व्यक्ति से 1150 रुपये का चेक लिया। बाद में खाते से एक लाख रुपये निकाल लिए। 

दिल्ली-एनसीआर में ज्यादा सक्रिय
आरोपितों ने बताया है कि दिल्ली-एनसीआर में उन्होंने और भी कई वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस आरोपितों से पूछताछ में जुटी है। बसंत कुमार ने बताया कि आरोपितों ने दिल्ली-एनसीआर में 50 से अधिक वारदात को अंजाम देने की बात कबूली है। साइबर अपराध थाना पुलिस ने आस-पास जिलों की पुलिस को सूचित कर दिया है। वहां की पुलिस आरोपितों से अपने क्षेत्र में हुई वारदात के बारे में पूछताछ करेगी।

Shivam