राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे सुशील, अगर चार्जशीट में आया नाम

1/15/2018 3:12:36 PM

सोनीपत: विश्व चैंपियन और दो बार ओलंपिक पदक विजेता रह चुके सुशील कुमार का इस बार ऑस्ट्रेलिया में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेने का सपना टूट सकता है। इन खेलों का आयोजन 4 अप्रैल को होने वाला है। दिल्ली में नेशनल ट्रायल के दौरान प्रवीण राणा के भाई पर सुशील कुमार के समर्थकों की ओर से मारपीट की गई थी। जिसे लेकर पुलिस ने सुशील कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया। कुश्ती फेडरेशन ने कहा कि सुशील के खिलाफ दाखिल चार्जशीट यदि सही पाई गई तो उनको खेल में भाग नही लेने दिया जाएगा।

साल 2014 में राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता रहे सुशील कुमार का इस बार देश के लिए खेलने का सपना साकार नही हो पाएगा। ट्रायल में कामयाब होने के बावजूद भी वो इससे वंचित रह सकते है। हालांकि इस बारे में उनका कहना है कि उन्हें खेलने से रोका जा रहा है। इससे पहले भी सुशील कुमार को लेकर कई तरह के विवाद कोर्ट में पहुंच चुके है।

कोर्ट तक पहुंचा 2014 का ट्रायल विवाद
सुशील कुमार पर साल 2014 में राष्ट्रमंडल खेल में बिना ट्रायल के भारतीय टीम में चयन को लेकर फेडरेशन ने बहुत बड़ा बवाल खड़ा कर दिया था। जिसके बाद इस मामले को कोर्ट ले जाया गया। जिसको लेकर कोर्ट ने फेडरेशन पर जुर्माना लगाया था।इससे पहले भी नरसिंह मामले में डोपिंग विवाद के चलते उनको कोर्ट में लाया गया।

कुश्ती में लगाया जीवन, अब किया जा रहा वंचित 
अपने कुश्ती के अब तक के सफर को लेकर सुशील ने कहा कि मैने इसमें अपना सारा जीवन लगा दिया। नर सिंह विवाद के बाद एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय कुश्ती के लिए खूद को तैयार किया है। उन्होंने कहा कि मै अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्यों को बखूबी जानता हूं। ऐसी कोई गलती नही करुगां जो मेरे करियर पर गलत प्रभाव डाले।

फेडरेशन कर रहा आपसी सहमति से निपटने का प्रयास
इस मामले में फेडरेशन कोशिश कर रहा है कि आपसी सहमति से यह मामला निपटाया जा सके। साथ ही इसे लेकर प्रो-कुश्ती लीग के बाद अनुशासन समिति बिठाई जाएगी। इसमें दोनों ही पक्षों को फिर से अपनी बात रखने का मौका मिलेगा।  

कुश्ती में विवाद होना ठीक नही: कुश्ती फेडरेशन 
कुश्ती फेडरेशन ने प्रवीण की शिकायत के बाद कहा कि इस खेल में इस प्रकार का विवाद होना अच्छी बात नही है। इसे लेकर सुशील कुमार का जवाब भी आ चुका है और उन्होंने इस प्रकार की किसी भी घटना से इनकार किया है। 

साथ ही प्रवीण राणा ने भारतीय कुश्ती फेडरेशन को दी अपनी शिकायत के बाद न्याय की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि कुश्ती में आगे बढ़ने के लिए ऐसी चीजों पर रोक लगाना बेहद जरूरी है, क्योंकि कुश्ती पर किसी विशेष का अधिकार नहीं है। मुझे न्याय की पूरी उम्मीद है।