रजिस्ट्रियों में लाखों रुपए लेने का आरोप, तहसीलदार को मंत्री ने किया सस्पैंड(video)

12/23/2017 11:09:40 AM

रेवाड़ी(मोहिंद्र भारती):भ्रष्टाचार की शिकायतों का सामना कर रहे रेवाड़ी के तहसीलदार विकास मलिक को उस समय बड़ा झटका लगा जब जिला लोक एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने उन्हें सस्पैंड करने के आदेश जारी कर दिए। उन पर रजिस्ट्रियां करने की एवज में मोटी राशि वसूलने के आरोप लगे थे और इसकी जांच भी चल रही थी। जिस समय तहसीलदार को सस्पैंड करने के आदेश दिए गए, उस समय वे स्वयं बैठक में मौजूद थे। मंत्री ने तहसीलदार के समूचे कार्यकाल में हुई रजिस्ट्रियों की सी.एम. विजीलैंस टीम से जांच करवाने की बात भी कही।

 बैठक में शहर के विकास नगर निवासी मुकेश कुमार ने यह गवाही दी कि तहसीलदार ने उससे रजिस्ट्री के डेढ़ लाख रुपए लिए हैं और उसकी 2 रजिस्ट्रियों के 2 लाख रुपए मांगे जा रहे हैं। इस गवाही के साथ ही तहसीलदार के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने का रास्ता साफ हो गया। इस मौके पर सतीश खोला ने भी अपना पक्ष रखा और भ्रष्टाचार के मामले की पूरी जानकारी दी। बैठक में कोसली के विधायक विक्रम सिंह यादव भी मौजूद थे। उन्होंने भी तहसीलदार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह सरेआम रिश्वत लेता है और उनकी बात नहीं सुनता। एक-एक रजिस्ट्री के 3-3 लाख रुपए लेता है। भाजपा जिलाध्यक्ष योगेंद्र पालीवाल ने तहसीलदार विकास मलिक को अपना पक्ष रखने को कहा तो विकास ने हाथ जोड़कर मंत्री से प्रार्थना की कि उन्हें सस्पैंड न किया जाए। वे पहले भी कई बार सस्पैंड हो चुके हैं।

 बैठक में 17 परिवाद के अतिरिक्त 38 अन्य लोगों की समस्याओं को भी मंत्री ने सुना तथा उनके निपटान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। इस अवसर पर प्रदेश भाजपा प्रवक्ता वीर कुमार यादव, उपायुक्त पंकज, ओमप्रकाश ग्रोवर, चांदनी-चांदना व अमित यादव आदि उपस्थित थे।