तंवर का ताजा बयान- राहुल गांधी से उनकी मित्रता अब नहीं, कांग्रेस पर कसे एक से बढ़कर एक तंज

12/3/2021 9:14:18 PM

फतेहाबाद (रमेश भट्ट): हाल ही में तृणमूल कांग्रेस में शामिल होकर प्रदेश की राजनीति में नई हलचल मचाने वाले कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर आज फतेहाबाद पहुंचे और पत्रकार वार्ता में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने यहां तक भी कहा कि राहुल गांधी से उनकी मित्रता अब नहीं है। तंवर ने कहा कि वह वैसे तो शांत है, लेकिन समय आने पर वह गलत व्यक्ति की गर्दन भी काट सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐलनाबाद उपचुनाव में कांग्रेस ने अपने ही उम्मीदवार का ही शिकार कर डाला।

तंवर ने कहा कि कांग्रेस का हाल यह है कि कुत्ते की पूंछ सीधी नहीं हो सकती, कट सकती है। वैसे ही कांग्रेस में गुटबाजी खत्म नहीं हो सकती, कांग्रेस खत्म हो सकती है। इस दौरान उन्होंने अपने पुराने कार्यकर्ताओं की मीटिंग भी ली। पत्रकारवार्ता में उन्होंने कहा कि ऐलनाबाद में कांग्रेस उम्मीदवार के ऊपर हार का ठीकरा फोड़ा जा रहा है, वहीं उम्मीदवार जब भाजपा में था तो 55 हजार वोट ले रहा था और भाजपा के खिलाफ लहर के बावजूद कांग्रेस में वह 20 हजार ही वोट ले पाता है।

उन्होंने पूर्व सीएम हुड्डा पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग भाजपा से सांठ-गांठ किए हुए हैं। यहां भाईचारा नहीं है, गुटबाजी है और अनुशासन की कमी है। उन्होंने ऐलनाबाद उपचुनाव का किस्सा सुनाते हुए कहा कि एक बार कांग्रेस प्रत्याशी कैंपेन में मिले तो उन्हें साफ तौर पर बता दिया था कि उनके खिलाफ साजिश चल रही है और आप गलत फंस गए हैं। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हिरण यदि गांव में जाए तो कुत्ते उसका शिकार कर लेते हैं। 



तंवर ने कहा कि सब जानते हैं साजिश कौन करता रहा है। कांग्रेस के पास यह उपचुनाव अवसर था, लेकिन कुत्ते की पूंछ कट सकती है, सीधी नहीं हो सकती। ऐसे ही कांग्रेस खत्म हो सकती है, उसमें सुधार नहीं हो सकता। अशोक तंवर के प्रधान रहते हुए हराने में जुटे हुए थे, भाजपा का साथ दे रहे थे। कुछ लोग तंवर के प्रधान रहते हुए जीत दिखाना ही नहीं चाह रहे थे। जैसे कि भाजपा के सुभाष बराला को जिताने के लिए टोहाना में देवेंद्र बबली की टिकट काट दी गई और वही बबली बराला को 57 हजार वोटों से हरा देता है, क्या कांग्रेस की आंख फूटी थी, जो देख नहीं पाए। उन्होंने कहा कि अपने साथियों की इसी राजनीतिक हत्या वह सहन नहीं कर सके। राहुल गांधी के साथ दोस्ती पर उन्होंने कहा कि दोस्ती तो वहीं तक रह गई, जब उन्होंने पार्टी छोड़ी, अब तो देश बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, दोस्ती देखते रहे तो देश कैसे बचेगा।

तंवर द्वारा कांग्रेस पार्टी छोडऩे पर उनके कुछ पुराने कार्यकर्ताओं द्वारा इधर-उधर दूसरी पार्टी में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिनकी सोच छोटी है, वह कमरे से बाहर तक नहीं देख सकता। जिनको वर्तमान नहीं भविष्य दिखे, वही अच्छा लीडर है और आज सारे अच्छे लीडर उनके साथ हैं।
 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)

Content Writer

Shivam