खुद पर हुए हमले में ढीली कार्रवाई पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष तंवर व्यथित

4/8/2018 9:10:17 AM

चंडीगढ़(ब्यूरो): कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर इस बात को लेकर व्यथित हैं कि दिल्ली में कांग्रेस के आपसी गुटों के बीच हुए झगड़े के दौरान वह जख्मी हो गए थे। लेकिन शिकायत के बावजूद भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी मामले की जांच ही चल रही है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पार्टी कार्यालय में दलित व आदिवासी मुद्दों पर बुलाई गई बैठक के बाद पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार तथा आर.एस.एस. दलित विरोधी है और इस बात का उदाहरण पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए एक निर्णय से देखने को मिलता है। जिसमें केंद्र सरकार ने ठीक से मामले की पैरवी नहीं की। उन्होंने कहा कि पूरे देश के दलितों में उस निर्णय के खिलाफ रोष है। उन्होंने कहा कि भाजपा के दलित सांसद भी यह कहते हैं कि पार्टी नेता उनके साथ ठीक व्यवहार नहीं करते। 

तंवर ने आरोप लगाया कि 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान आर.एस.एस. व भाजपा के लोगों ने प्रदर्शनकारियों के बीच में घुसकर हिंसा की वारदातें की। जबकि पुलिस निर्दोष दलितों पर केस बनाकर उन्हें गिरफ्तार कर रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में हजारों केस बनाए गए है जोकि सरकार के दलित विरोधी नीति को दर्शाते है। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री तथा पुलिस महानिदेशक से बात करेंगे कि केसों को वापस लिया जाए और निर्दोष लोगों को तंग करना बंद करे। नहीं तो प्रदेश के दलित कांग्रेस के साथ मिलकर जेल भरो आंदोलन चलाएंगे।

तंवर ने बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देशानुसार 9 अप्रैल को जिला मुख्यालयों पर साम्प्रदायिक एकता के लिए अनशन किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस ने 29 अप्रैल को दिल्ली के रामलीला मैदान में जनआक्रोश रैली रखी है जिसमें देशभर से लोग शामिल होंगे।

Rakhi Yadav