तर्कशील सोसायटी की खुली चुनौती, लाइव चोटी काटने पर मिलेगा 10 करोड़ का इनाम

8/6/2017 3:47:46 PM

जींद(जसमेर मलिक):रात में महिलाओं या लड़कियों की चोटी किसी तांत्रिक या मायावी ताकत द्वारा काटे जाने को लेकर बने भय के माहौल में हरियाणा तर्कशील सोसायटी महिलाओं के इस भय को दूर करने के लिए आगे आई है। इसमें तर्कशील सोसायटी ने साफ कहा है कि ऐसा हो ही नहीं सकता कि कोई तांत्रिक या मायावी ताकत किसी महिला की चोटी दूर बैठे काट दे। अगर ऐसा कुछ कोई तांत्रिक या मायावी ताकत तर्कशील सोसायटी के परिवार के साथ कर दे तो उसे एक करोड़ रुपए इनाम दिया जाएगा। सोसायटी ने यह ऐलान भी किया है कि किसी टी.वी. चैनल पर 24 से 48 घंटे तक लाइव कार्यक्रम में किसी की चोटी काट दी जाए तो इसके लिए 10 करोड़ रुपए इनाम दिया जाएगा। तर्कशील सोसायटी ने महिलाओं की चोटी रहस्यमयी तरीके से कटने को लेकर पैदा किए गए भय के माहौल में भय के बादलों को चीरते हुए कहा है कि यह डर और अफवाह के सिवाय कुछ नहीं। 

पिछले कुछ दिनों से महिलाओं और लड़कियों की चोटी रहस्यमयी तरीके से अपने-आप कट जाने से लेकर किसी महिला के बिल्ली बनकर चोटी काटने और फिर महिला बनकर घर से निकलते दिखाई देने की अफवाहों का बाजार जींद में भी बेहद गर्म है। जींद के खापड़ गांव में एक महिला की चोटी रहस्यमयी तरीके से कटने की बात प्रचारित की गई। इस समय माहौल ऐसा बना है कि जींद के 302 में से ज्यादातर गांवों में घरों के बाहर सुरक्षा घेरे के तहत नीम की टहनियां, नींबू और मिर्च की माला टांगने से लेकर घरों के दरवाजों पर मेहंदी, गोबर और सिंदूर के हाथ के थापे नजर आ रहे हैं। नीम का पेड़ दर्द से कराह रहा है। हालत यह हो गई है कि ग्रामीण क्षेत्रों में नीम के पेड़ बिना टहनी के हो गए हैं। नींबू और मिर्च की डिमांड भी भय के इस माहौल में बढ़ गई है। ग्रामीण क्षेत्र में महिलाएं दिन ढलते ही घरों में कैद होकर रह जाती हैं। उन्हें घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं। बचपन पर भी बिना वजूद वाले इस डर ने बेडिय़ां लगा दी हैं। बच्चों को दिन ढलने के बाद परिजन घरों से बाहर नहीं निकलने देते। 

अफवाहें फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई: डी.एस.पी.
डी.एस.पी. कप्तान सिंह ने महिलाओं की चोटी कटने को लेकर अफवाहें फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कहा कि कोई ऐसा करते पाया गया तो उसके खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शहर के स्लम एरिया और ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस की गश्त उन शरारती तत्वों पर शिकंजा कसने के लिए बढ़ाई गई है, जो बिना वजूद वाले इस डर को पैदा कर रहे हैं। 

अब तक सुभाष तितरम ने सुलझाए ऐसे 3 मामले
तर्कशील सोसायटी के प्रदेश सचिव सुभाष तितरम के अनुसार वह महिलाओं की चोटी कटने के 3 मामलों की पिछले 15 साल में तह में जाकर जांच कर चुके हैं। इन तीनों मामलों में एक 15 साल पहले का है। दूसरा 5 साल पहले और तीसरा 3 महीने पहले का है। तीनों मामलों को गुप्त रखा गया है। इन तीनों मामलों में एक में उस महिला की चोटी काटी गई जिसकी केवल लड़कियां थीं। लड़का नहीं होने से वह डिपै्रशन में थी और इसी में उसने चोटी काट ली। दूसरा मामला एक घर में देवरानी और जेठानी का विवाद था, जिसमें रंजिश में चोटी काटी गई। तीसरा मामला सैक्सुअल हरैशमैंट का था। तीनों में डिप्रैशन बड़ी वजह थी। 

अब भी जहां चोटी कट रही, परिवार बुलाए तो कर सकते हैं खुलासा
सुभाष तितरम ने कहा कि इस समय भी जिन गांवों में किसी परिवार में महिला की चोटी कटने को लेकर उसके परिजन तर्कशील सोसायटी को बुलाकर जांच करवाएं तो वह तह में जाकर बता सकते हैं कि असल माजरा क्या है। असल माजरा यह है कि जो डर बनाया गया है, उसका कोई वजूद ही नहीं है।