पांच दिन के 'पुजारी' बने सरकारी टीचर, बांट रहे प्रसाद, देखें वीडियो...

11/1/2017 5:48:22 PM

यमुनानगर (सुरिंदर मेहता): यमुनानगर के अध्यापक अब पांच दिन तक बच्चों की पढ़ाई लिखाई छोड़ मेले में पुजारी का किरदार निभा रहे हैं जिसके लिए उन्हें बाकायदा ट्रेनिंग भी दी गई है। बिलासपुर में लगने वाले पांच दिवसीय कपालमोचन मेले में अध्यापकों की ड्यूटियां लगाई गई हैं। स्कूल में बच्चों को शिक्षा देने की बजाय अध्यापक आज से शुरू होने वाले मेले में प्रसाद बांटने के साथ-साथ पुजारी बने दिखाई देंगे। प्रशासन के इस फैसले के बाद विवाद खड़ा हो गया है। 


यह मामला जब मुख्यमंत्री के संज्ञान में आया तो उन्होंने स्थानीय प्रशासन का मामला कह कर सफाई दी है। मुख्यमंत्री ने इस मामले में कहा कि, प्रदेश सरकार की ओर से ऐसा कोई भी आदेश नहीं दिया गया। ये स्थानीय प्रशासन का मामला है।

सरकार के प्रवक्ता जवाहर यादव ने बयान जारी करते हुए प्रशासन का बचाव किया है। जवाहर यादव ने कहा कि अध्यापकों को पुजारी की ट्रेनिंग नहीं दी जा रही है बल्कि उन्हें प्रसाद बांटने की ट्रेनिंग दी जा रही है। यादव ने कहा कि हर साल लगने वाले इस मेले में अध्यापकों की ड्यूटियां लगाई जाती हैं। उधर हरियाणा अध्यापक संघ ने इसे प्रशासन का आदेश बताया है। संघ के अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें आदेश मिला है कि सभी अध्यापक मेले में अपनी जिम्मेदारियां निभाएंगे। इस दौरान बर्बाद हो रही बच्चों की पढ़ाई के लिए संघ ने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है।