जिले के इतिहास में पहली बार अध्यापक को मिलेगा राष्ट्रपति अवार्ड

8/26/2018 12:29:22 PM

नूंह मेवात(ऐके बघेल): मेवात जिले के शिक्षक जगत के लिए अच्छी खबर है। शैक्षणिक क्षेत्र से पिछड़े नूंह जिले के अध्यापक बसरूद्दीन को राष्ट्रपति अवार्ड मिलना तय है। आगामी 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अवार्ड से सम्मानित करेंगे। साईंस अध्यापक बसरूद्दीन को मिलने जा रहे इस अवार्ड से इलाके में ख़ुशी देखी जा रही है। शिक्षा विभाग की तरफ से सफी मोहम्मद और सद्दीक अहमद अध्यापकों के नाम सहित कुल तीन नाम भेजे गए थे। जिनमें से बसरूद्दीन के नाम पर मोहर लग चुकी है। 

साथ ही शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय स्तर पर भी तीन नाम प्रदेश से भेजे। बसरूद्दीन अपने साथी अध्यापकों पर भारी पड़े। बसरूद्दीन ने बातचीत में कहा कि तत्कालीन डीईओ दिनेश शास्त्री और डीईईओ अनूप सिंह जाखड़ के मार्गदर्शन से यह मुकाम हासिल हुआ। उन्हें सम्मानित होने के लिए मेल से सूचना मिल चुकी है। साईंस अध्यापक रहते हुए उन्होंने संस्कृति मॉडल स्कूल सिरौली में नाम कमाया था। बसरूद्दीन टपकन गांव के हाई स्कूल में कार्यरत हैं। 

बसरूद्दीन का चयन 1993 में हुआ था, उनकी पहली पोस्टिंग झारपुडी गांव में हुई थी। बसरूद्दीन जहां गए, वहां एक अमिट छाप छोड़ी। जिसकी बदौलत उन्होंने राष्ट्रपति अवार्ड तक का बड़ा सफर तय किया। हरियाणा से राष्ट्रपति अवार्ड के लिए चयनित होने वाले वे अकेले अध्यापक हैं। वह न केवल बेहतरीन टीचर हैं बल्कि खेलों से लेकर स्कूल के माहौल को बेहतर बनाने में उनकी भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता।

शिक्षा विभाग के अधिकारी अनूप सिंह जाखड़ ने बताया कि अभी उन्हें पत्र तो प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन खबर मिल रही है कि साईंस अध्यापक बसरूद्दीन का चयन राष्ट्रपति अवार्ड के लिए हो चुका है। जिले के इतिहास में यह पहला अवसर होगा, जब किसी अध्यापक को राष्ट्रपति अवार्ड से नवाजा जायेगा। शिक्षा विभाग के अधिकारी मानते हैं कि साईंस अध्यापक बसरूद्दीन को अवार्ड मिलने के बाद अध्यापक समाज से लेकर बच्चों पर ही नहीं अभिभावकों पर भी इसका असर दिखाई देगा। विभाग में अध्यापकों को प्रेरित करने का काम बसरूद्दीन बखूबी करेंगे। 


 

Rakhi Yadav