सहकारी चीनी मिल में तकनीकी फाल्ट, 200 से ज्यादा ट्रालियों में सूख रहा गन्ना

11/23/2019 3:35:49 PM

जींद(जसमेर): जींद सहकारी चीनी मिल में 2019-20 का पिराई सत्र वीरवार को शुरू होने के 30 घंटे बाद तक भी शुक्रवार सायं तक चीनी मिल में गन्ने की पिराई का काम शुरू नहीं हो पाया। कारण यह है कि चीनी मिल में बड़ा तकनीकी फाल्ट आ गया है। मिल प्रबंधन ने ठेकेदार से मिल में गन्ने से निकलने वाले रस और रस में मिली हुई मैली को अलग-अलग करने के लिए नया डोर लगवाया था। यह डोर और इसमें लगाई गई सॉफ्ट काम नहीं कर रहे।

इस कारण मिल में गन्ना पिराई का सीजन वीरवार सुबह कागजों में शुरू होने के बाद हकीकत में शुक्रवार सायं तक शुरू नहीं हुआ था। नतीजा यह है कि चीनी मिल परिसर में बुधवार रात से ही ट्रालियों में भरकर किसान जो गन्ना लाए थे, वह ट्रालियों में सूखने लगा है। किसान गन्ना लाकर फंस गए हैं। हजारों किं्वटल गन्ना मिल प्रबंधन को किसानों के खेतों में ही होल्ड पर रखवाना पड़ा है। 

प्रदेश के सहकारिता मंत्री डा. बनवारीलाल ने वीरवार सुबह जींद सहकारी चीनी मिल के पिराई सत्र 2019-20 का विधिवत शुभारंभ किया था। कागजों में मिल का पिराई सत्र वीरवार से शुरू हो गया लेकिन अभी तक मिल हकीकत में गन्ने की पिराई शुरू नहीं कर पाया है। पिराई सत्र शुरू होने से पहले मिल के इंजीनियरिंग विभाग ने ठेकेदार से मिल में गन्ने से निकलने वाले रस और उसमें होने वाली मैली को अलग-अलग करने के लिए नया डोर लगवाया था। इस डोर में सॉफ्ट होती है।

यह सॉफ्ट काम ही नहीं कर रही। इस कारण चीनी मिल में गन्ने की पिराई के बाद निकलने वाले रस से मैली (मैल) अलग नहीं हो पा रही है। इस तरह के रस से चीनी का उत्पादन किया गया तो चीनी की क्वालिटी बेहद खराब आएगी। वीरवार से ही चीनी मिल का इंजीनियरिंग विभाग इस तकनीकी फाल्ट को दूर करवाने में लगा हुआ है। पहले उस ठेकेदार से यह फाल्ट दूर करवाने का प्रयास किया गया, जिससे इंजीनियरिंग विभाग ने मिल में यह नया डोर लगवाया था।

जब ठेकेदार इस फाल्ट को दूर नहीं कर पाया, उसके बाद खुद मिल के तकनीकी कर्मचारियों को इस काम में लगाया गया। खुद सहकारी चीनी मिल के चीफ इंजीनियर हरिओम शर्मा की देखरेख में मिल के इस तकनीकी फाल्ट को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। अभी तक इसमें मिल के इंजीनियरिंग विभाग को सफलता नहीं मिल पाई है। 

मिल में हुए काम की करवाई जाए जांच : रढाल
माजरा खाप के प्रधान और हैबतपुर गांव के बड़े किसान महेंद्र रढाल ने जींद सहकारी चीनी मिल में पिराई सत्र शुरू होते ही बड़े तकनीकी फाल्ट के कारण गन्ने की पिराई का काम शुरू नहीं हो पाने को गंभीर बताते हुए मिल के चेयरमैन एवं डी.सी. से मांग की है कि मिल की इंजीनियरिंग विंग द्वारा करवाए गए मिल की मैंटीनैंस के काम की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए। जिस तरह मिल में पिराई सीजन शुरू होते ही इतना बड़ा फाल्ट आया है, उससे आशंका है कि मैंटीनैंस के काम में गड़बड़ की गई है। इसका पता लगाकर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। 

एम.डी. ने कहा फाल्ट को किया दूर, जल्द शुरू होगी पिराई
जींद सहकारी चीनी मिल में पिराई सत्र शुरू होते ही बड़े तकनीकी फाल्ट के चलते गन्ने की पिराई का काम 30 घंटे बाद भी शुरू नहीं हो पाने को लेकर मिल के एम.डी. सत्यवान मान से बात की गई तो उनका कहना था कि मिल के ड्राइव में फाल्ट आ गया था। फाल्ट का पता लगाकर इसे दूर कर दिया गया है। जल्द मिल में गन्ना पिराई का काम शुरू हो जाएगा। 

Edited By

vinod kumar