टेक्सटाइल उद्योग : 500 करोड़ से ज्यादा का नुकसान, सवा लाख मीटर कपड़ा पड़ा था तैयार

4/9/2020 10:53:57 AM

फरीदाबाद (दीपक पांडेय) : कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन ने सभी उद्योगों को प्रभावित किया है। लेकिन टेक्सटाइल उद्योग की पूरी कमर तोड़कर रख दी है। टेक्सटाइल उद्योग पर संकट इस कदर गहरा गया है कि भविष्य में इसके दोबारा शुरू होने पर भी संशय पैदा हो गया है। जिले में इस समय 70 से अधिक टेक्सटाइल यूनिट काम कर रही है।  एसोसिएशन के हिसाब से  लोगों पर रोजगार का संकट भी छा गया है।

हालांकि राज्य सरकार के निर्देश से नियमित कार्य करने वाले कर्मचारियों को भुगतान भी दिया जा रहा है, लेकिन बिजली व फिक्स चार्ज कम करने के साथ लोन के ब्याज माफ करने की भी मांग की जा रही है। जिले की टेक्सटाइल यूनिट माह में 500 करोड़ से अधिक टर्नओवर करती थी। वहीं प्रति यूनिट में प्रतिदिन में 10 लाख रुपए का कारोबार होता था। जिले में स्थित 70 अधिक टेक्सटाइल यूनिट में कपड़ा हैंड प्रोसेस होने व डाइंग का कार्य होता है। प्रति मीटर की दर से देखें तो करीब 30 रुपए प्रति मीटर का टर्नओवर होता है।

दोनों कार्यों के आंकड़ो के अनुसार प्रतिदिन 5 लाख और पूरे महीने में 1.5 लाख मीटर कपड़ा हैंड प्रोसेस या डाइंग होता है। इन सभी यूनिट्स में करीब 20 हजार लेबर व कर्मचारी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से काम करते हैं। ये उद्योग पिछले 15 दिन से बंद है। अभी के हालातों को देखते हुए उद्यमी मानते हैं कि उद्योगों को अगले एक माह तक शुरू नहीं किया जा सकेगा।

उद्यमियों का कहना है कि सरकार के निर्देशानुसार नियमित कर्मचारी व लेबर का भुगतान तो किया जाएगा, लेकिन जब प्रोडक्शन नहीं होगा तो भविष्य में भुगतान करने में भी परेशानी होगी। उद्यमियों ने सरकार से मांग की है कि  बिजली के बिलों में लिया जाने वाला फिक्स चार्ज माफ किया जाए तथा जो भी लोन चल रहे हैं, उनकी किस्तों को स्थगित करने के साथ उनके ब्याज को भी माफ किया जाए। 

चाइना और इटली ने ऑर्डर पहले ही कर दिए थे कैंसल 
डीएलएफ इंडस्ट्री एसोसिएशन के अनुसार टेक्सटाइल यूनिट पहले ही काफी मंदी के दौर से जूझ रही थी। इसके बाद कोरोना संक्रमण ने जैसे ही चाइना और इटली में पांव पसारना शुरू किया उनके विदेशी ऑर्डर अचानक से कैंसल कर दिए गए। जबकि उन्होंने अपना आधे से ज्यादा माल तैयार कर दिया था।

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Manisha rana