‘सड़क’ पर ‘राहगीरी’ से सरकार बदल रही लोगों की ‘सोच’

10/4/2018 12:06:52 PM

हिसार (संजय अरोड़ा): हरियाणा के लोगों का दृष्टिकोण बदलने व सोच को सार्थक बनाने की दिशा में प्रदेश सरकार द्वार शुरू की गई मुहिम ‘राहगीरी’ महज 6 माह के अंतराल में ही अपना प्रभाव दिखाने लगी है। हालांकि सड़क पर मनोरंजन के जरिए लोगों के साथ मस्ती के रूप में चल रहे इस राहगीरी में पानीपत जिला अव्वल रहा है। खास बात ये भी रही कि 6 माह में हरियाणा भर में हुए 184 जिला स्तरीय राहगीरी कार्यक्रमों से 4 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी शामिल हुए। सी.एम. ने न केवल लोगों व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच खुद इन्जॉय किया अपितु उन्होंने इस कार्यक्रम को ‘खुशियों की बात’ करार देते हुए पब्लिक व प्रशासन के बीच एक फासले को भी मिटाने का प्रयास बताया। 

अब तक प्रदेश के सभी जिलों में 184 राहगीरी कार्यक्रम हुए हैं और इन कार्यक्रमों में 3 लाख 33 हजार 700 लोगों ने भाग लिया। इसके अलावा 83 राहगीरी कार्यक्रमों में डी.सी शरीक हुए और 103 में एस.पी। सर्वाधिक बीस-बीस कार्यक्रम करनाल और गुरुग्राम में आयोजित किए गए।

प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार प्रदेश सरकार द्वारा जिला स्तर पर राहगीरी कार्यक्रम के तहत इस उद्देश्य को आत्मसात किया गया था कि ऐसे आयोजनों से लोगों को एक सक्रिय और सकारात्मक जीवन शैली के लिए प्रेरित किया जाए। इसके अलावा प्रशासन और जनता के बीच विश्वास और परस्पर सम्मान का रिश्ता कायम करते हुए जनसंवाद को भी सकारात्मक बनाया जा सके। 

सी.एम. ने बताई थी संडे की महत्ता
अप्रैल  में शुरू की गई नई परम्परा राहगीरी के तहत जिलों में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में से 4 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर खुद शरीक हुए। इन कार्यक्रमों के दौरान कुरुक्षेत्र में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री खट्टर ने अपने सम्बोधन में वल्र्ड हैपीनेस इंडेक्स में भारत के 156 देशों में 133वें स्थान पर होने पर जहां ङ्क्षचता जताई थी वहीं जींद में उन्होंने निष्क्रिय जीवनशैली से होने वाली जानलेवा बीमारियों से भी लोगों को आग्रह किया था। 


परस्पर मेलजोल बढ़ता : ओ.पी. सिंह
राहगीरी कार्यक्रम के सूत्रधार एवं मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी ओ.पी. सिंह का कहना है कि ऐसे आयोजनों से परस्पर मेलजोल बढ़ता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर भी इसी सार्थक सोच को लेकर आगे बढ़ रहे हैं कि राहगीरी एक सामाजिक आंदोलन बनकर उभरे और 6 माह में इसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक कार्यों में रुचि लेने वाले लोग आयोजन संभालें। 
 

Deepak Paul