सोनीपत में निरंकारी मिशन का सबसे बड़ा समागम शुरु, खासियतें करेंगी हैरान

11/24/2018 11:38:00 AM

सोनीपत(पवन राठी): इस बार 24 नवंबर से संत निरंकारी मिशन का तीन दिवसीय वार्षिक निरंकारी संत समागम हरियाणा के समालखा में अायोजन किया गया। जिसका पंडाल लगभग छह सौ एकड़ जमीन के उपर में लगाया गया है। दिल्ली के बाहर पहली बार इस तरह का इतने बड़े स्तर पर समागम किया जा रहा है, जिसमें लाखों श्रद्धालु पहुंचे। वहीं समागम में कई खासियतें है जो अापकों हैरान करने को मजबूर कर देंगी। 

वहीं बताया जा रहा है कि समानगम में सीएम मनोहर लाल खट्टर और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी शिरकत करेंगे।  समागम में पहली बार ही गुरु गद्दी पर छठी सतगुरु के रूप में माता सुदीक्षा जी महाराज का सानिध्य देखने को मिलेगा। जहां लाखों अनुयायी अाज पहुंचे हैं।

समागम स्थल पर अभेद सुरक्षा
समागम की सुरक्षा से ट्रैफिक व्यवस्था तक को दुरुस्त रखने के लिए एडीजीपी करनाल रेंज नवदीप सिंह विर्क मामले की कमान संभाले हुए है। जो लगातार अधिकारियों व संत निरंकारी चेरिटेबल फाउंडेशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर मंथन कर रहे है। पुलिस प्रवक्ता सुशील कुमार के मुताबिक पीसीआर व राइडर के साथ एक हजार पुलिस जवान तैनात होंगे। पंजाब व अन्य प्रांत से आने वाले प्रत्येक वाहन की गहनता से चेकिंग की जा रही है। 

24 घंटे शिफ्ट में डॉक्टरों की डयूटी 
कार्यवाहक एसएमओ डॉक्टर पवन कुमार ने बताया कि सीएचसी में अनेक सुविधाओं को बढ़ा दिया गया है। 11 डॅाक्टर, 12 स्टाफ नर्स, 5 फार्मासिस्ट व अन्य स्टाफ की ड्यूटी लगी है। जो चौबीस घंटे शिफ्ट में ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।

भूकंपरोधी पंडाल में हो रहा देश का सबसे बड़ा निरंकारी समागम
एयरपोर्ट का निर्माण करने वाली बेंगलुरु की एक निजी कंपनी को गांव भोडवाल माजरी में संत निरंकारी समागम का पंडाल बना रही है। यह देश में अब तक हुए समागमों में सबसे बड़ा है। टिन शेड निर्मित पंडाल शुक्रवार को तैयार हो जाएगा। जीटी रोड से सटे लगभग 700 एकड़ में संत निरंकारी समागम का आयोजन 24 से 26 नवंबर तक होगा। मुख्य पंडाल 28 एकड़ में तैयार किया जा रहा है। बेंगलुरु की कंपनी मिटेल कर्मा को शेड बनाने का कार्य सौंपा गया है। रैक्शन इंचार्ज सुखदेव ने बताया कि कंपनी के 150 स्टाफ सदस्य (स्किलड ऑपरेटर, सुपरवाइजर, इंजीनियर व प्रोजेक्ट मैनेजर) पंडाल बनाने में जुटे हैं। 

एक वर्ष का कांट्रैक्ट है। शेड बनाने के लिए 80-90 टन क्षमता की हाइड्रोलिक क्रेनें मंगाई गई हैं। एफ-15 पराना की 15 क्रेनें निर्माण कार्य को पूरा करने में जुटी है। दिल्ली और मुंबई के एयरपोर्ट इसी कंपनी ने बनाए थे। पंडाल का ठेका 45 करोड़ का है। अन्य कंपनियां भी अलग से कार्य कर रही है। लगभग 100 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट है। सबसे खास बात यह है कि पंडाल में जो सामान लगाया गया है उसकी वारंटी 25 वर्ष है। लाइफ 100 वर्ष की होगी। पंडाल के निर्माण में भूकंप रोधी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। तीन कॉलम के बीच में ज्वाइंट छोड़ा गया है। 450 एमएम में फैलाव होने से भूकंप आने पर एडजस्ट हो जाएगा। किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा।

Deepak Paul