जनता रोए, साहब सोए, पीतल नगरी के लिए नासूर बना अतिक्रमण

4/17/2018 3:12:19 PM

रेवाड़ी(मोहिंद्र भारती): पहले दुकान, उसके आगे सामान, फिर सडक़ पर लगी रेहड़ी और रोड जाम। यह हाल है रेवाड़ी के उस बाजारों का, जहां प्रशासन लगातार सौंदर्यकरण के दावे करते नहीं थकता। वहीं अधिकारी है कि भारी दबाव आने पर कभी कभार पुलिस को साथ लेकर निकल पड़ते है बाजारों में अतिक्रमण हटवाने के लिए, लेकिन स्थिति वही ढाक के तीन पात जैसी बनी रहती है।

दरअसल, रेवाड़ी के बाजारों में सड़क के किनारे लगी रहड़ियों के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है। लोगों का कहना है कि बाजारों का बुरा हाल है। प्रशासन सिर्फ हल्ला मचाता है, डंंडे लेकर रेहड़ियां हटवाता है और फिर शांत होकर बैठ जाता है। ऐसे में उनका बाजारों से निकलना हराम हो गया है।

आरोप तो यहां तक है कि दुकानदार पैसे लेकर अपनी दुकानों के आगे रेहड़ियां लगवाते है। जिससे बाजारों में जाम की स्थिति पैदा होती है। उनकी मांग है कि बाजारों को पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त बनाया जाए, ताकि वे आसानी से निकल सकें।

वहीं अब अगर आप दफ्तर में बैठे साहब का बयान सुनेंगे तो हैरान रह जाएंगे। उनका कहना है कि परिषद के पास स्टाफ की कमी है और जो स्टाफ है वह पिछले दिनों चुनावों को लेकर होने वाली वार्डबंदी के कार्य में व्यस्त था। ऐसे में वे लगातार कार्रवाई नहीं कर सकते।


 

Rakhi Yadav