मंहगी सब्जियों से फिर बिगाड़ा रसोई का बजट, बढ़ते पेट्रोल डीजल के दामों ने बढ़ाई मंहगाई

6/24/2020 9:29:43 AM

पलवल (बलराम गुप्ता) : सब्जियों के दामों में उतार-चढ़ाव चलता रहता है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इसका मुख्य कारण पेट्रोल और डीजल के दामों में होने वाली वृद्धि है। पिछले माह की अपेक्षा इस माह सब्जियों के दामों में 20 से 70 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। इसके चलते हरी  सब्जियां आम आदमी की थाली से दूर हो रही हैं। वहीं गृहिणियों का हर माह रसोई बजट बिगड़ रहा है। सब्जियों के थोक विक्रेताओं के अनुसार सब्जियों के दामों में पिछले एक माह में बहुत अधिक तेजी आई है। यह तेजी लगातार हो रही है।

बता दें कि पिछले एक माह से सब्जियों के दामों में कमी होने की बजाय बढ़ ही रही है। इसका मुख्य कारण डीजल और पेट्रोल के दामों में लगातार वृद्धि होना है। डीजल मंहगा होने से ट्रांसपोर्ट का खर्च बढ़ा है। ट्रांसपोर्ट का खर्च बढऩे से सब्जियों के दामों में इजाफा हुआ है।  वहीं इस बार सर्दी के मौसम में बार बार हुई बारिश के कारण सब्जियों का उत्पादन कम हुआ। कई स्थानों पर सब्जियों की फसल खराब हो गई ऊपर से लाकडाउन लगने से किसानों की सब्जियां बड़ी तादाद में खराब भी हुई है।

डीजल और पेट्रोल के दाम बढऩे से सब्जी उत्पादक किसान भी प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा खाद, बीज और मजदूरी बढऩे से सब्जियों पर लागत बढ़ी है। इससे सब्जियों के विक्रय मूल्य में बढ़ोतरी हुई है। सब्जी विक्रेताओं के अनुसार ज्यों ज्यों गर्मी बढ़ती जाएगी सब्जी में तेजी और होगी। सब्जियों में सबसे अधिक दाम इस समय लहसुन का है। पिछले वर्ष 40 से 50 रुपए प्रति किलो बिकने वाला लहसुन का रेट इस समय बाजार में 150 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है। सब्जी विक्रेताओं के अनुसार लहसुन के आगे भी दाम बढ़ सकते हैं, वहीं शिमला मिर्च के दाम इस समय 60 रुपए प्रति किलो है।

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Manisha rana