संविधान निर्माता के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला, दलित नहीं रोक सके ट्रेन

11/19/2019 12:51:47 PM

गोहाना (अरोड़ा): योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा संविधान निर्माता डा. भीमराव अम्बेदकर पर की गई टिप्पणी को लेकर सोमवार को दलितों द्वारा गोहाना में रेल रोकने का ऐलान किया गया था। प्रशासन और पुलिस की मुस्तैदी के चलते प्रदर्शनकारी ट्रेन तक पहुंच ही नहीं पाए और गोहाना जंक्शन के स्टेशन के प्रवेश द्वार पर भारी पुलिस बल से घिरने के बाद नायब तहसीलदार अनिल कौशिक को ज्ञापन सौंप कर लौट गए।  वैसे भी रोहतक से आकर पानीपत जाने वाली पैसेंजर ट्रेन को रोकने के लिए जो दलित प्रतिनिधि पहुंचे, उनकी संख्या 2 अंकों में भी नहीं पहुंच सकी थी। नाकाम हो गए प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस की किसान मजदूर यूनियन के नेता अनिल निम्बडिय़ा ने किया।


उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव ने पिछले दिनों संविधान निर्माता डा. भीमराव अम्बेदकर के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। निम्बडिय़ा ने कहा कि बाबा रामदेव ने डा. अम्बेदकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करके दलित समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया।  उन्होंने इस मामले में बाबा रामदेव से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की थी। उनके द्वारा माफी नहीं मांगे जाने पर सोमवार को गोहाना में ट्रेन रोकने का ऐलान किया गया था। सोमवार को सुबह करीब साढ़े 10 बजे अनिल निम्बडिय़ा अपने 5-6 साथियों के साथ स्टेशन पर पहुंचे। वहां पहले से स्थानीय प्रशासन के अधिकारी, हरियाणा व रेलवे पुलिस के जवान मुस्तैद मिले।


जब प्रदर्शनकारी गोहाना जंक्शन के प्रवेश द्वार पर पहुंचे, वहां मौजूद भारी पुलिस बल ने घेरे में ले लिया तथा स्टेशन के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया।  ऐसे में पुलिस और प्रशासन की चौकसी के चलते निम्बडिय़ा और उनके साथी ट्रेन तक पहुंच ही नहीं पाए। स्टेशन के बाहर नायब तहसीलदार अनिल कौशिक को ज्ञापन सौंप कर वापस लौट गए। उन्होंने केंद्र सरकार से बाबा रामदेव पर एस.सी./एस.टी. एक्ट के तहत मामला दर्ज करने और उनका कैबिनेट का दर्जा वापस लेने की मांग की। इस मौके पर प्रदर्शनकारियों में खुर्शीद अहमद, रवि, पुष्पा, दिलबाग आदि, अधिकारियों में गोहाना सिटी थाने के एस.एच.ओ. महिपाल सिंह, जी.आर.पी. के सब इंस्पैक्टर सतपाल सिंह आदि भी मौजूद रहे।

Isha