हथियार बनाने वाली फैक्टरियों का मामला, 3 राज्यों के 15 जिले STF के राडार पर

7/12/2018 11:22:08 AM

सोनीपत(दीक्षित): जींद व झज्जर में अवैध हथियार बनाने वाली फैक्टरियों का खुलासा होने के बाद अब स्पैशल टास्क फोर्स (एस.टी.एफ.) के राडार पर एन.सी.आर. सहित 3 राज्यों के 15 जिले आ गए हैं। हर उस जगह एस.टी.एफ. छापे मार रही है, जहां पर अवैध हथियार बनाने वालों के तार जुड़े होने के इनपुट मिल रहे हैं। 2 दिन करीब 12 जगह छापेमारी की जा चुकी है। दिल्ली में भी लगातार छापेमारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस के हाथ कई अहम सुराग मिले हैं, जिनके आधार पर जल्दी ही अहम खुलासे किए जा सकते हैं। अवैध हथियारों की फैक्टरी से हरकत में आए स्पैशल टास्क फोर्स की जांच का दायरा बढ़ गया है। 

जांच में सामने आया कि बिचौलियों के माध्यम से अवैध हथियार बनाने वालों की हरियाणा में ही नहीं बल्कि दिल्ली एन.सी.आर. सहित 3 राज्यों तक पहुंच है। आरोपियों से मिले इनपुट के आधार पर टीम ने रोहतक व भिवानी सहित दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापामारी की है। 

गोपनीयता के चलते फिलहाल एस.टी.एफ . मामले के बारे में ज्यादा जानकारी देने से इंकार रही है। आरोपियों से मिले इनपुट के आधार पर एस.टी.एफ . ने जो डाटा एकत्रित किया है, उसके आधार पर टीम के राडार पर दिल्ली एन.सी.आर., हरियाणा के कई अन्य जिले, राजस्थान व उत्तर प्रदेश के 15 से ज्यादा जिले राडार पर हैं। फिलहाल एस.टी.एफ . की नजर सोनीपत, रोहतक, भिवानी, फरीदाबाद, गुरुग्राम, पानीपत, जींद, हिसार, झज्जर व दिल्ली का बवाना व बाहरी क्षेत्र, उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद व सीमावर्ती क्षेत्र में लगते राजस्थान के कई जिलों पर है। एस.टी.एफ . सोनीपत को मिले इनपुट के आधार पर टीमों ने सोमवार को झज्जर के बहराना गांव व जींद के विकास नगर में छापामारी की थी, जिसमें टीम ने अवैध हथियार बनाते 4 लोगों को गिरफ्तार किया था। झज्जर से पकड़े गए आरोपी दिलबाग व सुनील को 5 दिन के रिमांड पर, जबकि जींद से पकड़े गए आरोपी विनोद व दीपक को 3 दिन के रिमांड पर लिया गया।  

इनपुट के आधार पर दी दबिश
एक टीम आरोपियों को साथ लेकर रोहतक व भिवानी गई थी। जहां इनपुट के आधार पर एक दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर दबिश दी है। जिन ठिकानों पर दबिश दी गई है, उनमें से ज्यादातर ठिकाने प्रदेश के बड़े अपराधियों की शरणस्थली रही है। ऐसे में एस.टी.एफ . की इतने बड़े पैमाने पर हुई कार्रवाई की भनक लगने से अपराधियों में खलबली मची है। 

बिचौलियों के माध्यम से कई राज्यों में था नैटवर्क 
अवैध हथियार बनाने वाले अपराधियों के खुद किसी बड़े गैंग या अपराधी के सम्पर्क  में होने की बात सामने नहीं आई है। हालांकि, अवैध हथियार सप्लायर व अन्य बिचौलियों के माध्यम से आरोपितों ने दिल्ली एन.सी.आर. व राजस्थान व उत्तर प्रदेश के बदमाशों के बीच भी पैठ बना रखी थी। हथियार अक्सर बिचौलियों के माध्यम से ही सप्लाई होने की बात सामने आई है।
 

Deepak Paul