फिर सिविल अस्पताल में मुरम्मत का कार्य हुआ बंद, सिविल सर्जन ने लोक निर्माण विभाग को लिखा पत्र

10/6/2019 12:42:58 PM

जींद (ललित): जिले के सिविल अस्पताल में पौने 2 साल बाद भी मुरम्मत का कार्य लोक निर्माण विभाग पूरा नहीं करवा सका है। ठेकेदार द्वारा बार-बार काम को बंद करने के चलते पुरानी बिल्डिंग की मुरम्मत का काम अधर में लटक गया है। अब फिर ठेकेदार ने 3-4 दिन काम करने के बाद फिर से काम को बंद कर दिया है। सिविल सर्जन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता को पत्र लिखकर स्पष्ट किया है कि यदि कोई हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार विभाग और ठेकेदार होगा। पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि ठेकेदार द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। लोक निर्माण विभाग से संबंधित ठेकेदार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की मांग भी सिविल सर्जन ने की है। 

सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग की रिपेयर के लिए स्वास्थ्य विभाग ने लोक निर्माण विभाग को लगभग पौने 2 साल पहले एक करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि ट्रांसफर की थी। लोक निर्माण विभाग को पैसे से सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग की रिपेयर का काम करवाना था। सिविल अस्पताल में लोक निर्माण विभाग ने इस राशि से बदहाल बिल्डिंग की रिपेयर की बजाय 10 लाख रुपए से ज्यादा की राशि तो महज उन सड़कों के निर्माण पर खर्च कर दी, जो पहले से ही अच्छी हालत में थी।

स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकता पुरानी बिल्डिंग की जरूरी रिपेयर थी, लेकिन लोक निर्माण विभाग ने स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकता की बजाय अपनी प्राथमिकता पर काम शुरू करवाया तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने उसका काम रुकवा दिया था। अगस्त महीने में बारिश में सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग का एक छज्जा धड़ाम से नीचे आ गिरा था। उस समय लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने एक सप्ताह में खस्ताहाल बिल्डिंग की रिपेयर की बात कही थी, लेकिन काफी दिनों बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया था। इसके बाद जब काम शुरू हुआ तो ठेकेदार ने महज 3-4 दिन ही काम किया और फिर से काम बंद कर दिया।

अब सिविल सर्जन ने मामले को बेहद गंभीर मानते हुए लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखा है। पत्र में सिविल सर्जन ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि यदि पुरानी बिल्डिंग के कारण कोई हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार लोक निर्माण विभाग और ठेकेदार होगा। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव भी जींद दौरे के दौरान मुरम्मत के निर्देश दे चुके हैं। इस पूरे मामले की सूचना स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशक (निर्माण) पंचकूला, डी.सी. जींद, लोक निर्माण विभाग के एस.डी.ओ. और प्रधान चिकित्सा अधिकारी को भेजी गई है।
 

Isha