मानसून की पहली बारिश में निकासी व्यवस्था फेल

7/13/2019 10:24:46 AM

बराड़ा (गेरा): आज सुबह लगभग 5 बजे मानसून की पड़ी पहली बारिश कस्बा वासियों के लिए विभिन्न मुश्किलें लेकर आई। मात्र डेढ़ घंटे तक चली बारिश बेशक किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी लेकिन कस्बा के अधिकांश हिस्सों में पानी निकासी को लेकर लोग जूझते रहे। सभी नाले-नालियां ओवरफ्लो होने से गलियां कीचड़ से भर गई। लोग अपने घरों, मोहल्लों व दुकानों के आगे से पानी निकालते प्रशासन को कोसते नजर आए, वहीं बरसात के कारण बराड़ा की अधूरी पड़ी गलियों में कीचड़ फैल गया जिस कारण राहगीरों के लिए गलियों से निकलना दुश्वार हो गया। सीवरेज की मांग कर रहे बराड़ा वासियों को अगर यह पता होता कि सीवरेज डालने के नाम पर विभिन्न समस्याएं थोप दी जाएंगी तो वह कभी भी बराड़ा में सीवरेज डालने की मांग न करते। 

कस्बावासियों का कहना है कि मजदूर, ठेकेदार व अधिकारियों का आपसी तालमेल न होना एक सबसे बड़ी वजह है कि पिछले कई सालों से सीवरेज के नाम पर गलियां व सड़कें खोदी जा रही हैं व लोगों के लिए अनेक प्रकार की परेशानियां खड़ी की जा रही हैं। पुराना डाकखाना वाली गली, हरि मंदिर मोहल्ला, राजौली रोड, लक्कड़ मंडी मोहल्ला के कुछ हिस्से में भी बरसात के बाद कीचड़ ही कीचड़ नजर आया तो त्रिवेणी चौक के पास की कई गलियां भी कीचड़ से लथपथ दिखी। बराड़ा में गंदे पानी की निकासी के लिए बनाए गए नालों की भी समय पर सफाई न होने के कारण इनमें भी गंदगी अटी पड़ी है। कोई भी अधिकारी समस्या को हल करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाता। वहीं दुकानों के आगे इंटरलॉकिंग टाइलों के लगाने के लिए उखाड़ी गई मिट्टी के कारण हुए गड्ढों में बरसाती पानी जमा होने से दुकानदार व ग्राहक परेशान नजर आए। बराड़ा में सीवरेज बिछाने के कारण उखाड़ी गई सड़कें व गलियों का काम कब तक पूरा होगा इसका जवाब किसी अधिकारी के पास नहीं है। 

हर कोई इस सवाल का जवाब देने से बचता नजर आ रहा है। खुद हलका विधायक भी अधिकारियों को कई बार काम जल्द पूरा करने का अल्टीमेटम दे चुकी हंै लेकिन इसके बावजूद भी काम करने वाले अधिकारी व कर्मचारी काम को पूरा नहीं कर पा रहे है जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतने को मजबूर होना पड़ रहा है।

Isha