गलत रीडिंग लेने को लेकर निगम ने कंपनी कर्मचारियों की काटी 70% सैलरी
4/13/2018 10:57:14 AM
समालखा(ब्यूरो): गलत रीडिंग लेने, बिल न बांटने व मीटर बंद दिखाने के चलते भारी भरकम बिल उपभोक्ताओं को भेजने के मामले में बिजली विभाग ने कम्पनी के खिलाफ कार्रवाई कर दी है। विभाग ने कम्पनी कर्मचारियों की करीब 70 प्रतिशत सैलरी काट ली। साथ इसके बारे में समालखा सब-डिवीजन कम्पनी हैड को अवगत करवाया है। निगम की इस कार्रवाई से कम्पनी को झटका लगा।
उल्लेखनीय है कि बिजली निगम ने उपभोक्ताओं के यहां डोर टू डोर जाकर मीटर रीडिंग लेने व बिल बांटने को लेकर कंपनी को ठेका दिया है। इससे पहले ये काम पूर्व सैनिको को दिया था। एग्रीमैंट के मुताबिक विभाग द्वारा कंपनी को सी.एम.आर.आई. के तहत 7 रुपए प्रति मीटर रीडिंग लेने व अन्य कार्य पूरा करने को कहा गया था लेकिन कंपनी विभाग के मापदंडो पर खरा नही उतर पाई। इससे निगम को नुक्सान हुआ।
बिजली कार्यालय पहुंचे उपभोक्ताओं का कहना है कि 4 माह में जो बिल भेजे गए। उनमें किसी उपभोक्ता की मीटर रीडिंग गलत ली गई तो किसी उपभोक्ता का मीटर बंद दिखाया। इसके साथ ही समय पर उपभोक्ताओं को बिल तक नहीं बांटे गए। इसमें करीब 2 लाख रुपए के बिल उपभोक्ताओं को भेजे गए।
विभाग के मुताबिक 6 लाख रुपए तक बिल भेजे गए है। भारी भरकम बिलो को लेकर उपभोक्ताओं का माथा ठनक गया। रोजाना बिजली कार्यालय में बिल ठीक करवाने आए उपभोक्ताओ की भारी भीड़ उमड़ पडी। हर कोई शख्स बिलो को लेकर परेशान नजर आया। जिसको लेकर समालखा व बिहोली सब डिवीजन के अधिकारियों ने जहां बिलो को ठीक कर उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान किया।
वहीं ये मामला अधिकारियों के लिए सिर दर्द बनता चला गया। आखिरकार विभाग ने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी। इस मामले को पानीपत में आयोजित मीटिंग में उत्तरी हरियाणा बिजली वितरण निगम के एम.डी. को अवगत करवाया। अब विभाग ने कंपनी के खिलाफ संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की। जिसमें 7 रुपए प्रति मीटर से साढे 3 रुपए प्रति मीटर के हिसाब से 50 प्रतिशत व बिल न बांटने के अलावा अन्य कारण के चलते 20 प्रतिशत कटौती की गई।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कंपनी कर्मचारियों की 70 प्रतिशत सैलरी काट ली गई है। उपभोक्ताओं को जो बिल भेजे गए वो हाथ से रीडिंग लिखकर भेजे गए। उधर, विभाग के कार्यालय में अब भी रोजाना 60-70 उपभोक्ता बिल को ठीक करवाने के लिए पहुंच रहे हैं।