मेजर योगेश गुप्ता के 18वें शहीदी दिवस पर परिवार ने किया शहीद को नमन

7/12/2020 2:57:53 PM

अंबाला: डिफेंस कॉलोनी अम्बाला छावनी के रहने वाले मेजर योगेश गुप्ता  सुरनकोट इलाके में 12 जुलाई 2002 को रात के घोर अंधेरे में आंतकवादियों से मुठभेड़ के दौरान पेट में गोली लगने से शहीद हो गए थे। मुठभेड़ के दौरान मेजर योगेश गुप्ता ने पहले दो आंतकवादियो को मार गिराया और फिर उनके पेट में गोली लग गई, पर बहते हुए खून की परवाह ना करते हुए वो आगे बढ़ते रहे तथा दो और आंतकवादियो को मार गिराया। इस ऑपेरशन के दौरान उन्होंने चार आंतकवादियो को मौत के घाट उतार दिया पर बहुत ज्यादा खून बह जाने के कारण मेजर योगेश गुप्ता अपनी मात्रभूमि के लिए शहीद होकर वीरगति को प्राप्त हो गए। 


आज शहीदी दिवस पर पिता वेद प्रकाश, भाई विकास, भाभी रंजू गुप्ता, भतीजे भव्य, भतीजी समायरा अथवा शहर के अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने मेजर योगेश गुप्ता की शहादत को याद किया और उनको भावभीनी श्रद्धांजलि दी। शहीद के पिता वेद प्रकाश गुप्ता और भाई विकास गुप्ता ने बताया के योगेश बचपन से ही बहुत प्रतिभाशाली थे और उनमें देश के लिए कुछ करने का जज्बा था उनको यह प्रेरणा उनकी माता स्वर्गीय श्रीमती ललित मोहिनी से मिली थी।

उनकी प्राथमिक शिक्षा सैनिक स्कूल कपूरथला से हुई थी। शहादत के वक्त मेजर 25 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे और अपनी सैन्य टुकड़ी को कमांड कर रहे थे। माननीय गृहमंत्री अनिल विज के निर्देशानुसार अम्बाला छावनी में बी.डी स्कूल के पास शहीद मेजर योगेश गुप्ता के नाम चौक का निर्माण किया गया है। शहीद की प्रतिमा बनकर तैयार हो चुकी है और शीघ्र ही अग्रवाल समाज के आवाहन पर गृहमंत्री शहीद मेजर योगेश गुप्ता की प्रतिमा का अनावरण करेगें।
 

Isha