जातिगत आरक्षण पर पहला हक ब्राह्मणों का

2/11/2019 11:38:50 AM

गोहाना(अरोड़ा): नई सब्जीमंडी में रविवार को राज्यस्तरीय ब्राह्मण अधिकार महाकुंभ संपन्न हो गया। यह महाकुंभ भगवान परशुराम जन उत्थान समिति के बैनर तले समिति के संस्थापक और बलि ब्राह्मणान गांव के सरपंच मुकेश शर्मा के मार्गदर्शन में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप कौशिक ने की। महाकुंभ में मुख्यातिथि के रूप में तमिलनाडु की सांसद शशिकला पुष्पा, सुप्रीम कोर्ट की एडवाइजरी कमेटी के वरिष्ठï सदस्य डा. बी. रामास्वामी तथा उड़ीसा के ब्राह्मïण नेता निरंजन पांडा और गोपाल सत्यपथी ने शिरकत की।  

महाकुंभ में घोषणा की गई की प्रदेश के हर ब्राह्मïण घर से चंदा इकट्ठा कर दिल्ली से चंडीगढ़ के मध्य भगवान परशुराम की 108 फुट ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी। प्रतिमा का लोकार्पण पी.एम. या राष्टपति से करवाया जाएगा। वहीं महाकुंभ में ब्राह्मïणों ने आरक्षण की खुली वकालत करते हुए हुंकार भरी की यदि जातिगत आरक्षण जारी रहता है तो उस पर सर्वप्रथम हक ब्राह्मïणों का है। इस मौके पर  उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सुप्रीम कोर्ट एडवाइजरी कमेटी के वरिष्ठï सदस्य डा. बी. रामास्वामी ने कहा कि ब्राह्मïण समाज के हितों की समग्र रक्षा तभी होगी जब देश में केंद्रीय स्तर के साथ प्रत्येक प्रदेश में ब्राह्मïण आयोग का गठन होगा। उन्होंने कश्मीर से कन्याकुमारी तक के ब्राह्णों से एकजुट होने का आह्वान किया। 

उड़ीसा के ब्राह्मण नेता निरंजन पांडा ने कहा कि हक कभी भी मांगने से नहीं मिलते, उन्हें छीन कर हासिल करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि देश के प्रत्येक राज्य में भगवान परशुराम की स्मृति में स्कूल और अस्पताल स्थापित किए जाने चाहिए। बाबा रामदेव द्वारा ब्राह्मणों पर की गई टिप्पणी के विरोध में युवा महाकुंभ स्थल पर बाबा रामदेव का पुतला फूंकना चाहते थे लेकिन बुजुर्गों के समझाने के बाद पुतला जलाने का इरादा छोड़ दिया गया। 

यह रखी मांगें
 मेजबान समिति के संस्थापक मुकेश शर्मा ने राज्य में भगवान परशुराम की याद में मैडीकल कालेज स्थापित करने, ब्राह्मïण आयोग के गठन तथा दयोली की जमीन की रजिस्ट्री ब्राह्मïणों के नाम करने की मांगें भी रखीं।  
 

Deepak Paul