गुरूग्राम के अब तक के इतिहास में जिले का लिगांनुपात आकड़ा 950 तक पहुंचा

2/21/2018 4:02:07 PM

गुरूग्राम(राशि मनचंदा): सरकार की 'बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ' योजना की जागरूकता और हेल्थ विभाग की कोखे के कातिलों पर शिकंजे की मुहिम अब रंग दिखा रही है। इन मुहिम की बद्दोलत गुरूग्राम मे लिंगानुपात का आकड़ा 950 के पार पहुच गया है। जो जिले का अब तक का सबसे अच्छा आकडा है। पीएनडीटी एक्ट को प्रभावी ढंग से लागू करने और भ्रूण की लिंग जांच करने वालों पर शिकंजा कसने से लिंगानुपात में सुधार दर्ज किया गया है। हाल ही में गुरुग्राम की टीम ने कैथल में जाकर छापेमारी की थी। भ्रूण की लिंग जांच में संलिप्त तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। गुरुग्राम की टीम की 29वीं छापेमारी थी। 

जनवरी महीने के लिंगानुपात के आंकड़ों में बेटियों की संख्या बढ़ी है। साल के पहले महीने के तौर पर देखें तो बहुत अच्छी शुरुआत है। प्रशासन की सख्ती और जागरूकता से सुधार हो रहा है। भ्रूण की लिंग जांच में संलिप्त व्यक्तियों को पकड़वाने वालो के लिए राज्य सरकार द्वारा एक लाख रुपये की ईनाम की घोषणा की हुई है। वहीं सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाता है।जिले में 2017 में कुल 27,665 बच्चों ने जन्म लिया, जिनमें 14,551 लड़के और 13,114 लड़कियां शामिल थीं। 2017 में सबसे ज्यादा लिंगानुपात भंगरोला गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का (1,089) रहा। सबसे कम लिंगानुपात नमौल (850) में रहा।